प्रतापगढ: जनपद में जमातियों के एकजुट होकर जलसे में शामिल होने का मामला सामने आया है. दिल्ली के तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद प्रचार-प्रसार करने जमाती जनपद आए थे.
जमातियों का एक जत्था कटरा मेदिनीगंज में 19 मार्च की रात में हुए जलसे में शामिल हुए था. जमाती जिले के अलग-अलग इलाकों में प्रसार-प्रचार करने निकल गए थे. जिले में अब 3 जमातियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मचा है.
कटरा मेदिनीगंज में 19 मार्च की रात को जलसे का आयोजन किया गया था. जलसा आयोजित करने का प्रचार-प्रसार आयोजकों ने महीने भर पहले से शुरू कर दिया था. इसे लेकर शहर समेत ग्रामीण इलाकों में भी उर्दू में प्रकाशित पोस्टर भी लगवाए गए थे. जलसे की तैयारियां जोरों से चल रही थीं. इसी बीच कोरोना वायरस के संक्रमण की दहशत पूरे देश में फैल गई.
आधी रात तक चले जलसे के अंत में लोगों ने नमाज पढ़ी, खाना खाया और चले गए. जलसा शांतिपूर्ण तरीके से होने के बाद इसकी चर्चा भी बंद हो गई. अब जब तीन जमातियों को कोरोना की पुष्टि हुई है, तब कटरा मेदिनीगंज में यह चर्चा जोरों पर है कि जलसे में कुछ जमाती शामिल हुए थे.
कटरा मेदिनीगंज निवासी सामाजिक कार्यकर्ता फरीदुद्दीन ने डीएम को पत्र लिखकर जलसे पर रोक लगाने की मांग की थी. उन्होंने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए कहा कि जलसे में हजारों की भींड़ जुटेगी, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने जलसे के लिए मांगी गई अनुमति खारिज कर दी थी. फिर भी लोगों ने चुपके से जलसा किया.