प्रयागराज: टीवी मुक्त भारत बनाने के लिए काम कर रहे सुपरवाइजर अब कोरोना वायरस के संदिग्धों पर नजर रखेंगे. इसके लिए उन्हें विशेष तरह का प्रशिक्षण दिया गया है. यह सभी स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर कोरोना संदिग्धों की पहचान करेंगे. साथ ही साथ आम लोगों को कोरोना बीमारी के लक्षणों और उसके उपचार के बारे में जागरूक भी करेंगे. इसके लिए क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है.
कोरोना संदिग्ध मरीजों को खोजेंगे क्षय रोग सुपरवाइजर
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में जनपद के ऐसे सभी सुपरवाइजरों को बुलाया गया था, जो टीवी रोग पर विशेष रूप से निगरानी कर रहे हैं. महानिदेशालय की ओर से उठाए गए इस प्रभावी कदम के बाद इन सुपरवाइजरों को कोरोना वायरस की बारीकियों के बारे में बताया गया.
साथ ही साथ उन्हें कोरोना प्रभावित लोगों को वह कैसे सत्यापित करेंगे, इसके बारे में विशेष फार्म के जरिए प्रशिक्षण दिया गया. इसके लिए उन्हें विशेष रूप से कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैनात किया जा रहा है. प्रशिक्षण के दौरान, उन्हें कोरोना वायरस के संदिग्ध की पहचान करने का प्रशिक्षण दिया गया. ये सभी लोगों को कोरोना वायरस से बचने के तौर तरीकों को बताएंगे.
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस से निपटने और उनके संदिग्धों की जल्द पहचान हो. इसके लिए क्षय रोग की मार्केटिंग करने वाले चिकित्साकर्मियों को लगाया जा रहा है जो विशेष रूप से रोगियों पर निगरानी रखने में सक्षम होंगे.
-अरुण कुमार तिवारी, जिला क्षय रोग अधिकारी