प्रयागराज: ग्राम स्वराज के जरिए ही गांव में खुशहाली आ सकती है यह बात उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ग्राम बरावा एवं टिकुरी में आयोजित चौपाल कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने गांव के विकास के लिए ग्राम स्वराज का सपना देखा था, उन्हीं के सपनों को साकार करने के लिए मोदी जी एवं योगी जी गांव में विकास के लिए ग्राम पंचायतों को मजबूती देने का कार्य कर रहे हैं.
सिद्धार्थनाथ सिंह ने संबोधन के दौरान कहा कि गांव में सभी मूलभूत सुविधाएं और रोजगार के केंद्र स्थापित होने पर ही गांव का किसान और महिलाओं में खुशहाली होने पर ही प्रदेश प्रगति के साथ बढ़ेगा. गांव में स्वरोजगार के जरिए स्वावलंबी बनकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे लघु उद्योग मछली पालन, मधुमक्खी पालन, कुम्हार, लोहारी, सिलाई-कढ़ाई, अगरबत्ती बनाने और फूड प्रोसेसिंग आदि व्यवसाय से जुड़ कर ही परिवार की आय बढ़ाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्योग विभाग हर समय तैयार है. आप सबकी जन सहभागिता, पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व को समझना होगा. ग्राम स्वराज राम राज्य व्यवस्था की पहली सीढ़ी है. राम राज्य मतलब सभी सुखों से परिपूर्ण समाज हो, परिपूर्ण समाज में स्वनिर्णय वाली व्यवस्था ग्राम स्वराज से ही आ सकती है. हर व्यवस्था में आम जन के सभी सुख दुख में ग्राम स्वराज की पूर्ण भागीदारी होनी चाहिए, तभी शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और रोजगार से जुड़ी सभी समस्याओं का हल निकलेगा.
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से जुड़े सभी मसले और विवाद ग्राम स्तर पर हल होने चाहिए. सिद्धार्थनाथ सिंह ने न्याय ग्राम देवघाट झलवा में जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि जो जैसा बीज बोएगा वही पेड़ बनकर निकलेगा. उन्होंने कहा कि पहले आतंक बोया था, इसलिए आतंक और माफिया स्थापित हुए थे. आज विकास का बीज बो रहे हैं तो विकास का पेड़ आ गया है.