ETV Bharat / state

प्रयागराज: हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने बार एसोसिएशन और एडवोकेट एसोसिएशन से किया अनुरोध - हाईकोर्ट

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मुख्य न्यायाधीश ने बार एसोसिएशन और एडवोकेट एसोसिएशन को पत्र लिखकर अपील की है. इस पत्र में उन्होंने लिखा कि सदस्यों को कोर्ट में कार्य करने की सलाह देते रहे और वकीलों को केस के समय कोर्ट में मौजूद रहना चाहिए.

प्रयागराज हाईकोर्ट
author img

By

Published : Aug 31, 2019, 8:09 AM IST

प्रयागराज: हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और एडवोकेट एसोसिएशन को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि संस्था और न्याय हित में अपने सदस्यों को कोर्ट में कार्य करने की सलाह दे. मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि पिछले कई दिनों से हाईकोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत हैं. यह शिक्षा सेवा अधिकरण लखनऊ में स्थापित करने के विरोध में किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: कोर्ट के फैसले से परेशान हुए डीजे कारोबारी, अब शादियों में नहीं लगेंगे ठुमके

मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर ने सुप्रीम कोर्ट के वकीलों से हड़ताल पर न जाने की अपील की है और कहा है कि कोर्ट न्याय देने के लिए हैं. जिनके जीवन, स्वतंत्रता और सम्पत्ति को खतरा है, ऐसे वादकारियों के लिए न्याय के दरवाजे बंद नहीं किये जा सकते. कानून के तहत न्याय पाने के लिए कोर्ट खुला रखना चाहिए. वकीलों का केस की पुकार के समय कोर्ट में मौजूद न रहना उचित नहीं है. शिक्षा सेवा अधिकरण प्रयागराज में स्थापित करने की मांग में हाई कोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से कुछ दिनों से विरत हैं. मुकदमों की सुनवाई भी नहीं हो पा रही है.

प्रयागराज: हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और एडवोकेट एसोसिएशन को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि संस्था और न्याय हित में अपने सदस्यों को कोर्ट में कार्य करने की सलाह दे. मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि पिछले कई दिनों से हाईकोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत हैं. यह शिक्षा सेवा अधिकरण लखनऊ में स्थापित करने के विरोध में किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: कोर्ट के फैसले से परेशान हुए डीजे कारोबारी, अब शादियों में नहीं लगेंगे ठुमके

मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर ने सुप्रीम कोर्ट के वकीलों से हड़ताल पर न जाने की अपील की है और कहा है कि कोर्ट न्याय देने के लिए हैं. जिनके जीवन, स्वतंत्रता और सम्पत्ति को खतरा है, ऐसे वादकारियों के लिए न्याय के दरवाजे बंद नहीं किये जा सकते. कानून के तहत न्याय पाने के लिए कोर्ट खुला रखना चाहिए. वकीलों का केस की पुकार के समय कोर्ट में मौजूद न रहना उचित नहीं है. शिक्षा सेवा अधिकरण प्रयागराज में स्थापित करने की मांग में हाई कोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से कुछ दिनों से विरत हैं. मुकदमों की सुनवाई भी नहीं हो पा रही है.

प्रयागराज 30 अगस्त
इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर ने हाई कोर्ट बार एसोसियेशन एवं एडवोकेट एसोसियेशन को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि संस्था व् न्याय हित में अपने सदस्यों को कोर्ट कार्य करने की सलाह दे।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि पिछले कई दिनों से इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत है।ऐसा शिक्षा सेवा अधिकरण लखनऊ में स्थापित करने के विरोध में किया जा रहा है।
इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट के वकीलो से हड़ताल पर न जाने की अपील की है।और कहा है कि कोर्ट न्याय देने के लिए है,जिनके जीवन,स्वतंत्रता व् सम्पत्ति को खतरा है,ऐसे वादकारियों के लिए न्याय के  दरवाजे बंद  नही किये जा सकते।कानून के तहत न्याय पाने के लिए कोर्ट खुली रखनी चाहिए। इसलिए इलाहाबाद के वकीलो का केस की पुकार के समय कोर्ट में मौजूद न रहना उचित नही है।
मुख्य न्यायाधीश ने बार एसोसियेशन से अपने सदस्यों को कोर्ट में आने की सलाह देंने का अनुरोध किया है।
शिक्षा सेवा अधिकरण प्रयागराज में स्थापित करने की मांग में हाई कोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से कुछ दिनों से विरत है।मुकदमो की सुनवाई नही हो पा रही है।जिसको लेकर मुख्य न्यायाधीश ने बार एसोसिएशनों से अपील की है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.