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प्रयागराज: सीजीएचएस में लाखों की खराब इंसुलिन की सप्लाई, शिकायत के बाद लगी रोक

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Published : Aug 8, 2020, 4:14 AM IST

यूपी के प्रयागराज में सेंट्रल गॉवरमेंट हेल्थ स्कीम ( सीजीएचएस) में घोर लापरवाही सामने आई है. लाखों रुपये मूल्य की खराब इंसुलिन की सप्लाई कर दी गई. मरीजों के शिकायत करने के बाद मामले का खुलासा होने पर इंसुलिन वितरण पर रोक लगा दी गई है.

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सीजीएचएस.

प्रयागराज: सेंट्रल गॉवरमेंट हेल्थ स्कीम ( सीजीएचएस) में घोर लापरवाही सामने आई है. लाखों रुपये के मूल्य की खराब इंसुलिन की सप्लाई कर दी गई. मरीजों के शिकायत करने के बाद मामले का खुलासा होने पर इंसुलिन वितरण पर रोक लगा दी गई है. इसके बाद अगली सप्लाई तक मरीजों को नई इंसुलिन उपलब्ध कराई जाने की व्यवस्था की गई है. 150 से लेकर 200 तक खराब इंसुलिन का वितरण विभाग ने कर दिया है, जिसकी कीमत लगभग एक लाख से अधिक बताई जा रही है. एक इंसुलिन की कीमत लगभग एक हजार है. लापरवाही को लेकर जांच टीम गठित कर दी गई है.

खराब इंसुलिन भेजी जाएगी कंपनी को वापस
प्रयागराज सीजीएचएस के अपर निदेशक आरके श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि सीजीएचएस ने डारेक्ट कंपनी से इंसुलिन की सप्लाई कराई थी. इसके बाद जब मरीजों ने इंसुलिन खराब होने की सूचना दी तो मरीजों से इंसुलिन वापस मंगाकर दूसरी इंसुलिन की व्यवस्था की गई. सबसे अधिक इंसुलिन 'लेविमार फ्लेक्स प्लेन' की खपत अधिक है. एक इंसुलिन की कीमत एक हजार रुपये है. ऐसे में जितने भी इंसुलिन खराब पाई गई हैं, वे वापस कंपनी को भेजी जाएंगी. इसके साथ ही केंद्र सरकार को इसकी जानकारी दी जाएगी.

अपर निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी द्वारा भेजी गई इंसुलिन इस बार तीन माह की एक साथ मंगा ली गई थीं. 150 से लेकर लगभग 200 मरीजों तक इंसुलिन का वितरण किया गया था. शिकायत मिलने पर सभी इंसुलिन को वापस मंगा लिया गया है. लगभग लाखों की इंसुलिन खराब मिलने से सभी कंपनी द्वारा भेजे गए सप्लाई को वापस किया गया है. साथ ही साथ केंद्र सरकार से कंपनी की लापरवाही के बारे में जांच टीम गठित करने की मांग की गई है.

प्रयागराज: सेंट्रल गॉवरमेंट हेल्थ स्कीम ( सीजीएचएस) में घोर लापरवाही सामने आई है. लाखों रुपये के मूल्य की खराब इंसुलिन की सप्लाई कर दी गई. मरीजों के शिकायत करने के बाद मामले का खुलासा होने पर इंसुलिन वितरण पर रोक लगा दी गई है. इसके बाद अगली सप्लाई तक मरीजों को नई इंसुलिन उपलब्ध कराई जाने की व्यवस्था की गई है. 150 से लेकर 200 तक खराब इंसुलिन का वितरण विभाग ने कर दिया है, जिसकी कीमत लगभग एक लाख से अधिक बताई जा रही है. एक इंसुलिन की कीमत लगभग एक हजार है. लापरवाही को लेकर जांच टीम गठित कर दी गई है.

खराब इंसुलिन भेजी जाएगी कंपनी को वापस
प्रयागराज सीजीएचएस के अपर निदेशक आरके श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि सीजीएचएस ने डारेक्ट कंपनी से इंसुलिन की सप्लाई कराई थी. इसके बाद जब मरीजों ने इंसुलिन खराब होने की सूचना दी तो मरीजों से इंसुलिन वापस मंगाकर दूसरी इंसुलिन की व्यवस्था की गई. सबसे अधिक इंसुलिन 'लेविमार फ्लेक्स प्लेन' की खपत अधिक है. एक इंसुलिन की कीमत एक हजार रुपये है. ऐसे में जितने भी इंसुलिन खराब पाई गई हैं, वे वापस कंपनी को भेजी जाएंगी. इसके साथ ही केंद्र सरकार को इसकी जानकारी दी जाएगी.

अपर निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी द्वारा भेजी गई इंसुलिन इस बार तीन माह की एक साथ मंगा ली गई थीं. 150 से लेकर लगभग 200 मरीजों तक इंसुलिन का वितरण किया गया था. शिकायत मिलने पर सभी इंसुलिन को वापस मंगा लिया गया है. लगभग लाखों की इंसुलिन खराब मिलने से सभी कंपनी द्वारा भेजे गए सप्लाई को वापस किया गया है. साथ ही साथ केंद्र सरकार से कंपनी की लापरवाही के बारे में जांच टीम गठित करने की मांग की गई है.

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