हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में फंसे आनंद गिरि की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. बुधवार को हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने आनंद गिरि के निर्माणाधीन आश्रम को सील कर दिया है. आरोप है कि ये आश्रम नियमों के विरुद्ध बनाया जा रहा था. प्राधिकरण पहले भी इस निर्माणाधीन आश्रम को सील कर चुका है.
आनंद गिरि का आश्रम हरिद्वार के गाजीवाली इलाके में है. बीते मई में भी हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने आश्रम के निर्माण को नियम विरुद्ध बताते हुए सील किया था. बावजूद इसके आनंद गिरि आश्रम का निर्माण कार्य कर रहे थे और हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण को इसकी जानकारी तक नहीं थी.
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हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण को इसकी जानकारी उस समय लगी जब नरेंद्र गिरि की मौत मामले में यूपी पुलिस आनंद गिरी को गिरफ्तार करने उनसे आश्रण में पहुंची थी. इसके बाद प्राधिकरण की टीम हरकत में आई और आनंद गिरि के निर्माणाधीन आश्रम को दोबारा से सील कर दिया.
हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही उन्हें आनंद गिरि के आश्रम में निर्माण कार्यों की सूचना मिली. मौके पर पहुंची टीम ने उसे सील कर दिया. सील होने के बाद आश्रम में काम कैसे हो रहा था, इस बारे में हरिद्वार विकास प्राधिकरण के उस क्षेत्र के जेई को नोटिस देकर जवाब मांगा है.
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विनय शंकर पांडे ने बताया कि इसी साल 13 मई को हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने आनंद गिरि के आश्रम को सील किया है. प्राधिकरण की तरफ से सीलिंग नहीं हटाई गई थी. बावजूद इसके आनंद गिरि ने आश्रम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था.
विनय शंकर पांडे ने बताया कि आश्रम को सील करने के दौरान वहां पर कुछ व्यक्ति मौजूद थे, जिन्हें नोटिस देकर पूछा गया है कि उन्होंने ये सील क्यों तोड़ी है? किसने कहने पर यहां निर्माण कार्य किया जा रहा है.