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डबल हुआ इलाहाबादी अमरूद का रेट, बिक्री में भी इजाफा

लगातार बढ़ रही ठंड ने इलाहाबादी अमरूद में जान डाल दिया है. इस बार अमरूद की पैदावार तो कम हुई है, लेकिन स्वाद लोगों को खूब लुभा रहा है. मिठास बढ़ने के बाद इलाहाबादी अमरूद की बिक्री में 3 गुना का इजाफा देखा जा रहा है. वहीं इस बार अमरूद के दाम में करीब दोगुना की बढोत्तरी हुई है.

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Published : Jan 17, 2021, 6:16 PM IST

इलाहाबादी अमरूद
इलाहाबादी अमरूद

प्रयागराजः ठंड बढ़ने के साथ ही इलाहाबादी अमरूद की भी मांग बढ़ गई है. बेतहाशा ठंड से लोग परेशान हैं, लेकिन अमरूदों को पसंद करने वाले लोग बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं. बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही ठंड के बीच अमरूद की बिक्री में इजाफा हुआ है. इससे पहले ठंड में कमी और प्रदूषण के कारण इलाहाबादी अमरूद में मिठास कम थी लेकिन बीते 1 हफ्ते में अमरूद की मिठास बढ़ गई है. दुकानों पर अब खरीददारों की भीड़ दिखने लगी है.

इलाहाबादी अमरूद की बढ़ी बिक्री.

वैसे तो तीर्थराज प्रयाग धार्मिक कारणों से पूरे विश्व में जाना जाता है, लेकिन यहां का अमरूद भी पीछे नहीं हैं. इलाहाबादी अमरूद अपनी मिठास और गुणवता की वजह से देश और विदेश में एक अलग पहचान रखता है. वहीं इसकी सुंदरता के क्या कहने.

इलाहाबादी अमरूद की प्रजातियां
सफेदा अमरूद, लाल गूदेवाला, चित्तीदार, करेला, बेदाना, अमरूद सेबिया, सुरखा, श्वेता, पंत प्रभात, एल 39, संगम और ललित इसकी प्रमुख प्रजातियां है.

सेबिया अमरूद.
सेबिया अमरूद.

बिक्री में 3 गुना इजाफा
दुकानदारों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से बिक्री में 3 गुना इजाफा हुआ है. जो ग्राहक एक हफ्ते पहले 1 से 2 किलो अमरूद ले जाते थे. आज वह ग्राहक 3 से 5 किलो अमरूद खरीद रहे हैं. इलाहाबादी अमरूद पसंद करने वाली वाराणसी से आईं गीता गुप्ता का कहना है कि बीते नवंबर-दिसंबर में इलाहाबादी अमरूद की मिठास प्रदूषण की वजह से थोड़ी कम थी, लेकिन बीते कुछ दिनों में अमरूद काफी मीठे आ रहे हैं. हालांकि इस बार अमरूदों की पैदावार कम हुई है, जिसकी वजह से अमरूद के दाम थोड़े महंगे जरूर हैं.

इलाहाबादी अमरूद.
इलाहाबादी अमरूद.

इलाहाबादी अमरूद का रंग है खास
इलाहाबादी अमरूद मुख्यतया दो तरह के होते हैं. एक अमरुद जो अंदर से लाल होता है और दूसरा जो बाहर से लाल होता है. बाहर से लाल वाले अमरूदों को सेबिया अमरूद कहते हैं जो सेब की तरह लाल होते हैं और खाने में सेब से भी ज्यादा मीठे होते हैं. वहीं अंदर से लाल वाले अमरूद बाहर से हल्के हरे रंग के होते हैं और अंदर सुर्ख लाल होते हैं. इस समय दोनों की डिमांड बढ़ गई है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ अन्य प्रदेशों से भी आए लोग प्रयागराज में इलाहाबादी अमरूद खरीद रहे हैं.

कम पैदावार से महंगे दाम
ईटीवी भारत की टीम ने सिविल लाइन्स स्तिथ अमरूद की मंडी का जायजा लिया. इस बार कम पैदावार और महंगे दाम के बाद भी लोग अमरूदों को पसंद कर रहे हैं. जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही अमरूदों में मिठास और बढ़ रही है. अगर दाम की बात करें तो पिछली बार 50 से 100 रुपये किलो था, लेकिन इस बार इलाहाबादी अमरूद 150 से 200 रुपये किलो बाजारों में बेचा जा रहा है.

प्रयागराजः ठंड बढ़ने के साथ ही इलाहाबादी अमरूद की भी मांग बढ़ गई है. बेतहाशा ठंड से लोग परेशान हैं, लेकिन अमरूदों को पसंद करने वाले लोग बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं. बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही ठंड के बीच अमरूद की बिक्री में इजाफा हुआ है. इससे पहले ठंड में कमी और प्रदूषण के कारण इलाहाबादी अमरूद में मिठास कम थी लेकिन बीते 1 हफ्ते में अमरूद की मिठास बढ़ गई है. दुकानों पर अब खरीददारों की भीड़ दिखने लगी है.

इलाहाबादी अमरूद की बढ़ी बिक्री.

वैसे तो तीर्थराज प्रयाग धार्मिक कारणों से पूरे विश्व में जाना जाता है, लेकिन यहां का अमरूद भी पीछे नहीं हैं. इलाहाबादी अमरूद अपनी मिठास और गुणवता की वजह से देश और विदेश में एक अलग पहचान रखता है. वहीं इसकी सुंदरता के क्या कहने.

इलाहाबादी अमरूद की प्रजातियां
सफेदा अमरूद, लाल गूदेवाला, चित्तीदार, करेला, बेदाना, अमरूद सेबिया, सुरखा, श्वेता, पंत प्रभात, एल 39, संगम और ललित इसकी प्रमुख प्रजातियां है.

सेबिया अमरूद.
सेबिया अमरूद.

बिक्री में 3 गुना इजाफा
दुकानदारों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से बिक्री में 3 गुना इजाफा हुआ है. जो ग्राहक एक हफ्ते पहले 1 से 2 किलो अमरूद ले जाते थे. आज वह ग्राहक 3 से 5 किलो अमरूद खरीद रहे हैं. इलाहाबादी अमरूद पसंद करने वाली वाराणसी से आईं गीता गुप्ता का कहना है कि बीते नवंबर-दिसंबर में इलाहाबादी अमरूद की मिठास प्रदूषण की वजह से थोड़ी कम थी, लेकिन बीते कुछ दिनों में अमरूद काफी मीठे आ रहे हैं. हालांकि इस बार अमरूदों की पैदावार कम हुई है, जिसकी वजह से अमरूद के दाम थोड़े महंगे जरूर हैं.

इलाहाबादी अमरूद.
इलाहाबादी अमरूद.

इलाहाबादी अमरूद का रंग है खास
इलाहाबादी अमरूद मुख्यतया दो तरह के होते हैं. एक अमरुद जो अंदर से लाल होता है और दूसरा जो बाहर से लाल होता है. बाहर से लाल वाले अमरूदों को सेबिया अमरूद कहते हैं जो सेब की तरह लाल होते हैं और खाने में सेब से भी ज्यादा मीठे होते हैं. वहीं अंदर से लाल वाले अमरूद बाहर से हल्के हरे रंग के होते हैं और अंदर सुर्ख लाल होते हैं. इस समय दोनों की डिमांड बढ़ गई है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ अन्य प्रदेशों से भी आए लोग प्रयागराज में इलाहाबादी अमरूद खरीद रहे हैं.

कम पैदावार से महंगे दाम
ईटीवी भारत की टीम ने सिविल लाइन्स स्तिथ अमरूद की मंडी का जायजा लिया. इस बार कम पैदावार और महंगे दाम के बाद भी लोग अमरूदों को पसंद कर रहे हैं. जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही अमरूदों में मिठास और बढ़ रही है. अगर दाम की बात करें तो पिछली बार 50 से 100 रुपये किलो था, लेकिन इस बार इलाहाबादी अमरूद 150 से 200 रुपये किलो बाजारों में बेचा जा रहा है.

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