प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के खाते में पंडित प्रेम कुमार मलिक ने एक और सर्वोच्च सम्मान जोड़ दिया है. सोमवार को जैसे ही प्रेम कुमार मलिक के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (sangeet Natak Akademi Award) के लिए चयनित होने सूचना इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी पहुंची, वहां के शिक्षकों और छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई. दरभंगा घराने के प्रेम कुमार मलिक ने अपने पिता पंडित विदुर मलिक तथा बाबा सुखदेव मलिक से संगीत की शिक्षा हासिल की है.उन्हें संगीत गायन के क्षेत्र में ध्रुपद के साथ ही ख्याल, ठुमरी टप्पा और दादरा गायन में महारत हासिल है. इसके साथ ही वह भजन और ग़ज़ल गायन में भी पारंगत हैं.
पंडित प्रेम कुमार मलिक ने अभी तक देश के साथ ही विदेशों में भी कई कार्यक्रम किए हैं. भारत के सभी राज्यों के अलावा यूरोप मध्य एशिया, उत्तरी अमेरिका में भी उन्हें कार्यक्रम के लिए बुलाया जा चुका है. 2005 में ही पंडित प्रेम कुमार मलिक को प्रसार भारती और आकाशवाणी के टॉप ग्रेड कलाकार चुना गया था. उन्होंने दरभंगा घराना एवं बंदिशें के अलावा दरभंगा ट्रेडिशन एंड कम्पेरेटिव स्टडी ऑफ़ फोर फॉर्म्स ऑफ़ इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक नामक पुस्तकों की भी रचना की है. इससे पहले बिहार सरकार ने भी उन्हें 2015 में बिहार कला पुरस्कार सम्मानित किया था. उन्हें ध्रुपद विभूषण, तुलसी सम्मान, नाद रत्न सम्मान, स्वामी हरिदास सम्मान, मिथिला रत्न सम्मान और 2019 में पंडित मनमोहन भट्ट लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिल चुका है.
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