प्रयागराज: साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 13 अखाड़ों के महंत के साथ बैठक की. बैठक में शामिल सभी संत-महात्माओं की सहमति से कई प्रस्तावों को पारित किया गया है. बैठक में दो महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सभी संतों ने सहमति जताई है. साधु-संतों ने काशी में स्थित विश्वनाथ मंदिर से ज्ञानवाणी मस्जिद और मथुरा में स्थित मकबरा को मुक्त कराने के प्रस्ताव पर सहमति जताई है. बैठक में 13 अखाड़ों के महंत के साथ अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी और महामंत्री हरि गिरी महाराज शामिल रहे.
- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की प्रयागराज में बैठक संपन्न.
- बैठक में सभी 13 अखाड़ों के पदाधिकारी रहे मौजूद.
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि बाघम्बरी गद्दी प्रयागराज में बैठक हुई. इसमें संतों की सहमति से प्रस्ताव पास किया गया है. संतों के समर्थन पर काशी विश्वनाथ में जो ज्ञानवाणी मस्जिद है, वह मंदिरों को तोड़कर बनाई गई है और इसी तरह से जो मथुरा में मंदिर को तोड़कर मकबरा बनाया गया है. इन दोनों जगहों पर फिर से मंदिर बनाया जाएगा.
हिंदू संगठनों से मिलकर की जाएगी बात
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि इस दोनों जगहों को मुक्त कराने के लिए सभी हिंदू संगठनों के साथ मिलकर आगे की लड़ाई लड़ेंगे. लड़ाई मुख्य रूप से न्यायपालिका के तहत लड़ी जाएगी. जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर की लड़ाई में जीत मिली है, उसी तरह काशी और मथुरा में भी लड़ाई लड़ी जाएगी.
मुसलमान भाइयों से की जाएगी अपील
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि न्यायालय की लड़ाई से पहले सभी मुस्लिम भाइयों से यह अपील की जाएगी कि इस लड़ाई में वह भी हमारे साथ आगे आएं और यह पहल करें कि यह जमीन आप लोगों की है और इस पर मंदिर का निर्माण होना चाहिए.
सरकार की गाइडलाइन के आधार पर सम्पन्न हो माघ मेला
महंत नरेंद्र गिरी ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के आधार पर माघ मेला सम्पन्न कराया जाएगा. 2021 में लगाने वाले माघ मेले में सभी कल्पवासियों और संत-महात्माओं को कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए मेले में रहकर कल्पवास करना होगा. सरकार से अपील है कि कल्पवास के आयोजन में रोक न लगाएं और साल भर में एक बार होने वाले इस आयोजन का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है. ऐसे में अगर माघ मेले का आयोजन नहीं होगा तो 12 साल का क्रम टूट जाएगा, इसलिए माघ मेले का आयोजन कराया जाय.
हरिद्वार कुम्भ में मिले तीनों यनियों को जमीन
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेद्र गिरी ने कहा कि हरिद्वार कुम्भ को लेकर बैठक में यह प्रस्ताव पास हुआ है कि हरिद्वार कुम्भ में सबसे पहले तीनों यनियों को जमीन दी जाए. इसके साथ ही हरिद्वार में बनाए जाने वाले मंदिर को तोड़ा न जाए. इसके लिए अखाड़ा परिषद के महामंत्री को सुप्रीम कोर्ट से लड़ाई लड़ने का नेतृत्व दिया गया है. बैठक में शामिल सभी संतों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद संविधान में रहकर ही लड़ाई लडे़गा.