प्रयागराज: तीर्थ प्रयागराज के माघ मेले में मकर संक्रांति के पर्व पर सुबह से लेकर शाम तक करीब 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. वहीं संगम तट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से पूरे मेले को त्रिचक्रीय सुरक्षा के प्रबंध में रखा गया था, जिसके चलते यह स्नान सकुशल संपन्न हुआ.
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर उमड़े श्रद्धालु
मेला प्रशासन के मुताबिक माघ मेले का दूसरा मुख्य स्नान पर्व मकर संक्रांति सकुशल सम्पन्न हुआ. प्रयागराज मेला प्राधिकरण की तरफ से गई व्यवस्थाओं के चलते भोर से ही स्नान प्रारम्भ हो गया था. लगभग 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम तट तथा गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर स्नान कर पुण्य लाभ कमाया.
सुरक्षा के लिए ये रहे तैनात
श्रद्धालुओं को मेले में भटकना न पड़े इसके लिए मार्ग प्रदर्शित करते हुए बोर्ड रास्तों पर लगाये गये थे. वहीं माघ मेला में सुरक्षा के दृष्टिगत आरएएफ, पीएसी, एनडीआरएफ और जल पुलिस भी बराबर चौकसी करते रहे.
सीसीटीवी से रखी जा रही थी नजर
प्रशासन को अनुमान था कि लगभग 80 लाख श्रद्धालु पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे. वहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर संपूर्ण मेला क्षेत्र में 12 घाटों का निर्माण कराया गया था जो लगभग आठ किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ था. इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही थी.
संपूर्ण मेला क्षेत्र में बने 13 थाने की पुलिस श्रद्धालुओं की सुरक्षा में निगाह बनाये हुए थे. वहीं मेला क्षेत्र में 45 महिला पुरुष और चार भूले भटके बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया.
मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि मकर संक्रांति के अवसर पर करीब 62 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. मकर संक्रांति का यह स्नान आने वाले मौनी अमावस्या का ट्रायल था, जिसके मद्देनजर मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए और व्यापक प्रबंध किए जाएंगे, जिससे आने वाले यात्री सकुशल स्नान कर अपने गंतव्य को वापस जा सकें.
माघ मेले के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था त्रिचक्रीय की गई है, जिसके तहत पुलिस पीएसी और आर्य की कंपनियां जगह-जगह पर लगाई गई हैं. यातायात की सुगमता के लिए डायवर्जन के भी प्रबंध किए गए हैं.
आशुतोष मिश्र एसपी क्राइम, नोडल माघ मेला