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प्रयागराज में आर्य समाज द्वारा 143वें वेद प्रचार कार्यक्रम का किया गया आयोजन

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Published : Aug 21, 2019, 9:22 AM IST

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आर्य समाज के द्वारा 143वां वेद प्रचार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह सप्ताह वेदों की ओर लौटो के रूप में मनाया जा रहा है. इसमें वेदों के सही ज्ञान को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.

प्रयागराज में वेद सप्ताह प्रचार

प्रयागराज: हैदराबाद सत्याग्रह में धर्म के रक्षा के लिए बलिदान हुए शहीदो वेद सप्ताह के द्वारा याद किया गया. आर्य समाज द्वारा 143वां वेद प्रचार सप्ताह यानी वेदों की ओर लौटो मनाया जा रहा है. इसमें वेदों के सही ज्ञान लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.

प्रयागराज में वेद सप्ताह प्रचार.

लोगों तक पहुंचाया गया वेदों का ज्ञान-

  • बता दें कि आर्य समाज द्वरा 143वां वेद प्रचार सप्ताह यानी वेदों की ओर लौटो मनाया जा रहा है.
  • इसमें 18 से 22 अगस्त तक व्यख्यान चलाया जा रहा है.
  • इस व्यख्यान में दूर-दूर से आए विद्वान एक-एक वेद पर बारीकियों को उकेर रहे हैं.
  • इसमें वेदों के सही ज्ञान को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.
  • इसमें बताया जा रहा है कि ब्रह्मचर्य,गृहस्त,वणप्रस्थ ये तीन अग्नियां हैं.
  • यही जीवन की तीन संधियां हैं और इन्हें ठीक प्रकार से पूरा करना है.
  • यही तीन कर्म हैं, इन तीनों का पालन करने वाला जन्म और मृत्यु के चक्कर से छूट जाता है.
  • अपनी आत्मा को शुद्ध करके आत्मज्ञानी जिस स्थिति में रहने का विचार करता है.
  • जो कामना करता है, उस स्थिति को पहुंच जाता है और उसकी कामना पूरी हो जाती है.
  • वेद सब सत्य-सत्य विधावों की पुस्तक हैं. वेद विद्या सदैव रहती है.
  • अगर किसी को वेदों का सही ज्ञान नहीं है तो वह संसार में अज्ञानी है.

प्रयागराज: हैदराबाद सत्याग्रह में धर्म के रक्षा के लिए बलिदान हुए शहीदो वेद सप्ताह के द्वारा याद किया गया. आर्य समाज द्वारा 143वां वेद प्रचार सप्ताह यानी वेदों की ओर लौटो मनाया जा रहा है. इसमें वेदों के सही ज्ञान लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.

प्रयागराज में वेद सप्ताह प्रचार.

लोगों तक पहुंचाया गया वेदों का ज्ञान-

  • बता दें कि आर्य समाज द्वरा 143वां वेद प्रचार सप्ताह यानी वेदों की ओर लौटो मनाया जा रहा है.
  • इसमें 18 से 22 अगस्त तक व्यख्यान चलाया जा रहा है.
  • इस व्यख्यान में दूर-दूर से आए विद्वान एक-एक वेद पर बारीकियों को उकेर रहे हैं.
  • इसमें वेदों के सही ज्ञान को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.
  • इसमें बताया जा रहा है कि ब्रह्मचर्य,गृहस्त,वणप्रस्थ ये तीन अग्नियां हैं.
  • यही जीवन की तीन संधियां हैं और इन्हें ठीक प्रकार से पूरा करना है.
  • यही तीन कर्म हैं, इन तीनों का पालन करने वाला जन्म और मृत्यु के चक्कर से छूट जाता है.
  • अपनी आत्मा को शुद्ध करके आत्मज्ञानी जिस स्थिति में रहने का विचार करता है.
  • जो कामना करता है, उस स्थिति को पहुंच जाता है और उसकी कामना पूरी हो जाती है.
  • वेद सब सत्य-सत्य विधावों की पुस्तक हैं. वेद विद्या सदैव रहती है.
  • अगर किसी को वेदों का सही ज्ञान नहीं है तो वह संसार में अज्ञानी है.
Intro:7007861412 ritesh singh

हैदराबाद सत्याग्रह में धर्म के रक्षा के लिए बलिदान हुए सहीदो वेद सप्ताह के द्वरा किया गया याद ।

आर्य समाज द्वरा 143 वा वेद प्रचार सप्ताह यानी वेदों की ओर लौटो मनाया जा रहा है।इसमें वेदों के सही ज्ञान को लोगो तक पहुचाया जा रहा है।ब्रह्मचर्य,गृहस्त,वणप्रस्थ ये तीन अग्नियां है।यही जीवन की तीन सन्धिया है।और इन्हें ठीक प्रकार से पूरा करना है।यही तीन कर्म है इन तीनो का पालन करने वाला जन्म और मृत्यु के चक्कर से छूट जाता है।इस पर 18 से 22 अगस्त तक व्यख्यान चलाया जा रहा है।


Body:अपनी आत्मा को शुद्ध करके आत्मज्ञानी जिस स्थिति में रहने का विचार करता है।और जो कामना करता है।उस स्थिति को पहुच जाता है।और उसकी कामना पूरी हो जाती है।वेद सब सत्य सत्य विधावो की पुस्तक है।वेद विद्या सदैव रहती है अगर किसी को वेदों का सही ज्ञान नही है तो वो संसार मे अज्ञानी है।इस व्यख्यान में दूर दूर से आये विद्वान एक एक वेद पर बारीकियों को उकेर रहे है।आर्य समाज द्वरा 143 वा वेद प्रचार सप्ताह यानी वेदों की ओर लौटो मनाया जा रहा है।इसमें वेदों के सही ज्ञान को लोगो तक पहुचाया जा रहा है।ब्रह्मचर्य,गृहस्त,वणप्रस्थ ये तीन अग्नियां है।यही जीवन की तीन सन्धिया है।और इन्हें ठीक प्रकार से पूरा करना है।यही तीन कर्म है इन तीनो का पालन करने वाला जन्म और मृत्यु के चक्कर से छूट जाता है।इस पर 18 से 22 अगस्त तक व्यख्यान चलाया जा रहा है।

बाइट --- रविन्द्र नाथ जयसवाल ( प्रधान)

बाइट --- संजय सिंह (मीडिया प्रभारी)


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