प्रतापगढ़ : जाको राखे साइयां मार सके न कोय, बाल न बांका कर सकेगा जो जग बैरी होय.. एक बार फिर यह सिद्ध हो गया. जिले के रानीगंज थाना अंतर्गत नरसिंहगढ़ के पास सड़क किनारे पुल पर एक नवजात बच्ची को किसी ने इस ठंड में छोड़ दिया था. उस नवजात बच्ची की रोने की आवाज सुनकर एक ग्रामीण ने उस नवजात बच्ची को अपनी गोद में उठा लिया. इस घटना के बाद इलाके में हड़कम्प मच गया.
ग्रामीणों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने उस नवजात बच्ची को अपने कब्जे में लेकर उसे मेडिकल काॅलेज हुंचाया. उन लोगों ने बताया कि वह नवजात बच्ची ठंड से कांप रही थी.
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उस नवजात बच्ची को कलयुगी मां और उसके परिजनों ने मरने के लिए कड़ाके की ठंड में सुनसान सड़क पर छोड़ दिया लेकिन शायद ऊपर वाले को ये मंजूर नही था.
जिस जगह पर बच्ची को छोड़ा गया था, वह इलाका पूरी तरह बीरान है. ईश्वरीय चमत्कार देखिए कि खूंखार जानवरों की भी निगाह से वह नवजात बच्ची बची रही. उधर से गुजर रहे एक व्यक्ति का ध्यान उस नवजात बच्ची ने अपनी तरफ आकर्षित किया, जिसके बाद उस व्यक्ति ने उस बच्ची को गोद में उठा लिया. यह बात जब इलाके में फैली तो लोगों की भीड़ जमा हो गई.
एक महिला तो उस नवजात बच्ची को घर ले जाना चाहती थी लेकिन कानून की बंदिशों के चलते पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस ने नवजात को मेडिकल काॅलेज में बच्ची को भर्ती कराया, जहां एक उप निरीक्षक और एक महिला कांस्टेबल उसकी सुरक्षा में तैनात है. आगे की कार्रवाई के लिए बाल कल्याण समिति को सूचित किया गया है, जहां से उसका आगे का भविष्य तय होगा.
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