प्रतापगढ़: मेरे पिता से तहसील कैंपस आवास की बाउंड्री बनवाने लिए 6 हजार ईंट की मांग कर रहे थे. हालांकि, मेरे पिता ने ऐसा कर पाने में असमर्थता जाहिर की थी. खैर, यह पहली बार नहीं था, इससे पहले भी मेरे पिता पर दबाव बनाने की कोशिश हुई थी. घटनावाले दिन एसडीएम ने उनकी बेरहमी से पिटाई की और जब वो बेहोश हो गए तो आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया. इस दौरान हमें उनसे मिलने भी नहीं दिया जा रहा था. दरअसल, उक्त बातें मृतक के बेटे सुधीर शर्मा ने कही हैं.
प्रतापगढ़ में लालगंज के एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव की पिटाई से तहसील कर्मचारी की मौत के बाद पूरे इलाके में खौफ का आलम व्याप्त है. वहीं, इस घटना के विरोध में कर्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर जमकर हंगामा काटा. मृतक के बेटे समेत अन्य कर्मचारियों ने एसडीएम लालगंज पर हत्या का आरोप लगाते हुए फांसी की मांग की.
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वहीं, पुलिस को दी गई तहरीर में मृतक के बेटे ने SDM लालगंज के ऊपर वसूली सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक के बेटे सुधीर शर्मा की तहरीर पर लालगंज कोतवाली में एसडीएम लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव समेत चार पर 302, 308, 323, 452 व 504 आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया. मृतक सुनील शर्मा के बेटे सुधीर शर्मा की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि 30 मार्च को उनके पिता अपने सरकारी आवास में थे, तभी उपजिलाधिकारी लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह अपने तीन अन्य लोगों को लेकर कमरे में घुस आए.
उन्हें मारते हुए बाहर घसीट लाए और अन्य लोगों के साथ डंडे से बुरी तरह मारा पीटा. साथ ही उनसे तहसील कैंपस आवास की बाउंड्री बनवाने लिए 6 हजार ईंट की मांग कर रहे थे. इस बीच चोट का जख्म इतना गहरा था कि उनकी लगातार तबीयत बिगड़ती गई और अंतत: उनकी मौत हो गई.
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