प्रतापगढ़: जिले में कोरोना काल के दौरान रक्षाबंधन के लिए सजने वाले बाजारों में भी रौनक नहीं दिख रही है. दुकानदार राखी की वैरायटी अधिक संख्या में रखने से डर रहे हैं. दुकानदारों को डर है कि अगर कोई दुकानदार कोरोना पॉजिटिव हुआ तो बाजार सील हो जाएगा और उनका पूरा माल रखा रह जाएगा. करीब 30 साल से राखी की दुकान लगाते आ रहे दुकानदार राम आसरे गुप्ता का कहना है कि इस बार राखी की डिमांड तो है लेकिन माल अधिक रखने से हर दुकानदार डर रहा है.
ग्राहक कर रहे हैं ऑनलाइन खरीदारी
कोरोना के कारण इस साल हर त्योहार बेहद सादगी से मनाया जा रहा है. कुछ ही दिनों में हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार रक्षाबंधन भी आने वाला है लेकिन रक्षाबंधन पर भी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. कोरोना के कारण राखी की दुकानों पर सन्नाटा छाया हुआ है. दुकानदार कम ही माल ला रहे हैं. पिछले साल के मुकाबले इस बार बाजार में रौनक भी नहीं दिख रही है. ग्राहक ऑनलाइन ही सामान मंगा रहे हैं. ऑनलाइन साइट्स पर ऑर्डर की धूम है.
जिले में जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव केस मिल रहे हैं, उसे देखते हुए इस बार दुकानदार चिंतित हैं. दुकानदारों का कहना है कि राखी साल भर में केवल एक बार ही बिकती है, यदि अधिक माल लाए और किसी वजह से वह नहीं बिका तो पूरे साल के लिए पैसा उसमें फंस कर रह जाएगा. वहीं जिले में बाजार खुलने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है.
प्रतापगढ़ जिलाधिकारी ने जिले के नगर पालिका क्षेत्र में 31 जुलाई तक लॉकडाउन घोषित कर रखा है. वहीं सप्ताह में दो दिन का पूर्ण लॉकडाउन भी होता है. ऐसे में दुकानदार इस बार किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. यही कारण है कि राखी का बाजार इस बार अभी तक सूना नजर आ रहा है. दुकानदार उतना ही सामान लाकर बेच रहे हैं, जितने में उन्हें अपना पैसा फंसने का डर न हो.