प्रतापगढ़: कोरोना महामारी की वजह से जारी लॉकडाउन से लोगों की जिंदगी में बड़े बदलाव आए हैं. लंबे समय तक जारी तालाबंदी से अर्थव्यवस्था बेपटरी हो गई है. पूरे विश्व के साथ भारत भी आर्थिक मंदी का शिकार है. इस मंदी का असर प्रतापगढ़ जिले के प्रिंटिंग प्रेस, फ्लैक्स और होर्डिंग बनाने वाले कारोबारियों पर भी पड़ा है. लॉकडाउन से कारोबार चौपट हो गया है. आलम यह है कि मकान का किराया और कामगारों को वेतन देना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि कोरोना काल में न तो कोई फ्लैक्स बोर्ड के ऑर्डर दे रहा है और न ही कार्ड छपवा रहा है. ऐसे में कारोबार पूरी तरह से प्रभावित हो गया है.
कोरोना काल में प्रिंटिंग प्रेस और फ्लैक्स बनाने वाले कारोबारियों पर दोहरी मार पड़ रही है. कोरोना संकट में शादी सहित अन्य बड़े आयोजनों पर रोक है. लिहाजा लोग कार्ड नहीं छपा रहे हैं. वहीं जब अनलॉक में काम शुरू हुआ तो प्रिंटिंग इंक और प्लास्टिक के दाम बढ़ जाने से कार्य प्रभावित हो रहा है. कर्मचारियों का वेतन, बिजली बिल, लोन सहित अन्य खर्च निकालना मुश्किल हो गया है.
प्रिंटिंग प्रेस कारोबारी जय प्रकाश मौर्या का कहना है कि शादी-विवाह में कार्ड छपाई की मांग ज्यादा रहती है, लेकिन इस साल लग्न से पहले ही कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन कर दिया गया. लॉकडाउन की वजह से कारोबार बंद हो गया. अब तो गृह प्रवेश और बर्थडे के कार्ड भी नहीं छपवाए जा रहे हैं.
फ्लैक्स होल्डिंग कारोबारी का कहना है कि कोरोना काल में पूरी तरह से धंधा चौपट हो गया है. न कोई रैली हो रही है और न कोई कार्यक्रम किए जा रहे हैं. महामारी में स्कूल-कॉलेज सब बंद होने के कारण कारोबार प्रभावित हुआ है. पहले स्कूल के बैनर पोस्टर भी छपते थे, जो सब बंद हो गया है. कारोबार चौपट होने के कारण मकान का किराया और कामगारों का वेतन देना मुश्किल हो रहा है.