ETV Bharat / state

प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक को मिला 'वीरता का पुलिस पदक'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल को 'वीरता का पुलिस पदक' से सम्मानित किया गया.

author img

By

Published : Oct 2, 2021, 8:13 PM IST

प्रतापगढ़
प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल को 'वीरता का पुलिस पदक' से सम्मानित किया गया. आपको बता दें, 02 जुलाई 2019 को मुजफ्फरपुर नगर कोर्ट में पेशी पर आये, कुख्यात अपराधी रोहित साण्डू को उसके साथियों द्वारा छुड़वा लिया गया था. इस घटना में एक उपनिरीक्षक की गोली लगने से मृत्यु हो गयी थी.

दिनांक 16.07.2019 को उक्त कुख्यात अपराधी रोहित साण्डू व उसके एक साथी राकेश यादव को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था. राष्ट्रपति महोदय द्वारा 15 अगस्त 2020 को इस साहसिक कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल को “वीरता का पुलिस पदक” प्रदान किया गया था. आज 02.10.2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल को 'वीरता का पुलिस पदक' से अलंकृत किया गया.

2015 बैच के आईपीएस हैं सतपाल अंतिल

पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल मूल रूप से सोनीपत हरियाणा के रहने वाले हैं. वे वर्ष 2015 बैच के आईपीएस हैं. ट्रेंनिग के दौरान पहली पोस्टिंग एएसपी मेरठ के रूप में हुई. उसके बाद एसपी सिटी मुजफ्फरनगर रहे. फतेहपुर जनपद में बतौर पुलिस अधीक्षक सात माह तक कार्यभार संभाला.

इसे भी पढ़ें- CM योगी की यूपी पुलिस को नसीहत, समय पर सही जानकारी दें तो नहीं बनेंगे खलनायक

सीएम योगी ने पुलिस विभाग को दी नसीहत

दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में शनिवार को पुलिस अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक तरफ पुलिस विभाग में उत्कृष्ट सेवा करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया, वहीं दूसरी तरफ, पुलिस अधिकारियों को नसीहत भी दे डाली. सीएम योगी ने कहा कि एक चूक हमें जनता की नजर में नायक से खलनायक बना देती है.

उन्होंने कहा कि कुछ समय तक आप जनता या शीर्ष अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक सकते हैं. जनता दर्शन से पता चलता है कि जिलों में क्या हो रहा है ? पुलिस का जनता के प्रति पहला व्यवहार बहुत कुछ तय कर देता है. पीड़ित सबसे पहले पुलिस के पास ही जाता है. कई बार पुलिस और फिर शासन को मुंह छिपाना पड़ता है.

प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल को 'वीरता का पुलिस पदक' से सम्मानित किया गया. आपको बता दें, 02 जुलाई 2019 को मुजफ्फरपुर नगर कोर्ट में पेशी पर आये, कुख्यात अपराधी रोहित साण्डू को उसके साथियों द्वारा छुड़वा लिया गया था. इस घटना में एक उपनिरीक्षक की गोली लगने से मृत्यु हो गयी थी.

दिनांक 16.07.2019 को उक्त कुख्यात अपराधी रोहित साण्डू व उसके एक साथी राकेश यादव को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था. राष्ट्रपति महोदय द्वारा 15 अगस्त 2020 को इस साहसिक कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल को “वीरता का पुलिस पदक” प्रदान किया गया था. आज 02.10.2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल को 'वीरता का पुलिस पदक' से अलंकृत किया गया.

2015 बैच के आईपीएस हैं सतपाल अंतिल

पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल मूल रूप से सोनीपत हरियाणा के रहने वाले हैं. वे वर्ष 2015 बैच के आईपीएस हैं. ट्रेंनिग के दौरान पहली पोस्टिंग एएसपी मेरठ के रूप में हुई. उसके बाद एसपी सिटी मुजफ्फरनगर रहे. फतेहपुर जनपद में बतौर पुलिस अधीक्षक सात माह तक कार्यभार संभाला.

इसे भी पढ़ें- CM योगी की यूपी पुलिस को नसीहत, समय पर सही जानकारी दें तो नहीं बनेंगे खलनायक

सीएम योगी ने पुलिस विभाग को दी नसीहत

दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में शनिवार को पुलिस अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक तरफ पुलिस विभाग में उत्कृष्ट सेवा करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया, वहीं दूसरी तरफ, पुलिस अधिकारियों को नसीहत भी दे डाली. सीएम योगी ने कहा कि एक चूक हमें जनता की नजर में नायक से खलनायक बना देती है.

उन्होंने कहा कि कुछ समय तक आप जनता या शीर्ष अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक सकते हैं. जनता दर्शन से पता चलता है कि जिलों में क्या हो रहा है ? पुलिस का जनता के प्रति पहला व्यवहार बहुत कुछ तय कर देता है. पीड़ित सबसे पहले पुलिस के पास ही जाता है. कई बार पुलिस और फिर शासन को मुंह छिपाना पड़ता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.