प्रतापगढ़: कोविड-19 संक्रमण का प्रसार लगातार तेजी से बढ़ रहा है. खासकर गैर प्रांतों से घर वापसी कर रहे प्रवासी श्रमिकों के कारण अब ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती नजर आ रही है. हालांकि संक्रमण के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है, जिसको लेकर सोमवार को जिलाधिकारी रूपेश कुमार ने अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की.
सीएमओ की कार्यशैली से नाराज डीएम
मुख्य चिकित्साधिकारी पर आरोप है कि संदिग्ध लोगों के सैंपल भेजने और कोविड-19 संक्रमित मरीजों की जानकारी समय पर उपलब्ध कराने में लापरवाही बरत रहे हैं, जिसको लेकर जिलाधिकारी ने सोमवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई. आरोप है कि सीएमओ ने 17 मई को मुम्बई से पलायन कर लक्ष्मणपुर ब्लॉक स्थित दुबान सण्ड़वा निवासी पहुंचे कोरोना संक्रमित युवक की रिपोर्ट जिला प्रशासन को नहीं सौंपी. साथ ही थाना बाघराय ग्राम गोगौर शकरदहा निवासी कोविड-19 संक्रमित मरीज की प्रयागराज में मौत होने की जानकारी भी जिला प्रशासन को नहीं दी गई. इस वजह हॉटस्पॉट चिन्हित करने में देरी हुई.
सीएमओ डॉ. अरविन्द कुमार श्रीवास्तव के लचर रवैये से नाराज डीएम रूपेश कुमार ने बैठक के दौरान उनको जमकर फटकार लगाई. डीएम ने सीएमओ को उनकी कार्यशैली पर सुधार करने के लिए कहा है. साथ ही हॉटस्पॉट क्षेत्रों में व्यवस्थाओं को लेकर प्राप्त हो रही शिकायतों के निपटारे में विलंब के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है.