प्रतापगढ़: प्रदेश के सभी जिलों की ग्राम पंचायतों के कार्यालयों, उनकी बैठकों के आयोजन और ग्राम स्तर पर पंचायत सचिव की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पंचायत भवन का निर्माण कराया जाता है. भवन में एक बैठक हॉल, दो कार्यालय कक्ष, कर्मी आवास, बरामदा व शौचालय खण्ड का निर्माण होता है. वहीं प्रदेश सरकार ने जर्जर सरकारी भवनों के कायाकल्प के लिए निर्देश भी दिए हैं. इसके बावजूद विकास खंड बाबा बेलखर नाथ धाम के बसीरपुर स्थित ग्राम पंचायत भवन जर्जर हालत में निष्प्रयोज्य पड़ा हुआ है.
बसीरतपुर में साल 1999 में पंचायत सचिव की ग्राम सभा में उपलब्धता और ग्रामवासियों के साथ मीटिंग की सुविधा के लिए पंचायत भवन का निर्माण कराया गया था. यह पंचायत भवन अब वर्तमान स्थिति में जर्जर हो चुका है. इसके चारों ओर झाड़ियां उग आयी हैं. भवन की छत और दीवारें गिरने के कगार पर हैं. इसी छत के नीचे अवैध रूप से ग्राम सभा के कोटे की दुकान का संचालन होता है, जहां ग्रामवासियों की भारी भीड़ एकत्रित होती है. इससे किसी दिन बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता.
ग्रामीणों ने समाजसेवी रामसजीवन मिश्रा की अगुवाई में पंचायत भवन की मरम्मत के लिए ब्लॉक के अधिकारियों के साथ तहसील दिवस जिलाधिकारी कार्यालय के साथ मुख्यमंत्री जनसुनवाई पर शिकायत की. इसके बावजूद जिम्मेदार लोग जानबूझ कर पंचायत भवन की मरम्मत नहीं कराना चाह रहे हैं. इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश भी देखा जा रहा है.
जिलाधिकारी ने अभी हाल ही में विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी के साथ मीटिंग में ग्राम पंचायतों के 15वें वित्त से नए पंचायत भवन और सार्वजनिक शौचालय बनाने की बात की है. इसका अनुपालन समय पर न करने पर ग्राम पंचायत सचिवों के साथ ग्राम प्रधानों पर कार्रवाई की भी बात कही है.