प्रतापगढ़: कानपुर मुठभेड़ में शहीद जिले के निवासी सब इंस्पेक्टर अनूप सिंह के परिजनों ने मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया दी है. परिजनों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराधी का एनकाउंटर करके अच्छा काम किया है. अपराधी का अंत पुलिस की ताकत बनेगा. वहीं परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच कराने और इससे जुड़े सभी लोगों पर कार्रवाई की मांग की है.
शहीद के परिजनों ने कहा कि विकास दुबे का एनकाउंटर करके योगी सरकार ने सराहनीय काम किया है. अब जरूरत है, उन गुनाहगारों को पकड़ने की जो उसे सरंक्षण दे रहे थे. शहीद के पिता रमेश बहादुर सिंह ने प्रदेश सरकार को बधाई देते हुए कहा कि सीएम योगी ने अपना वादा पूरा किया है.
उन्होंने कहा कि उन पुलिसकर्मियों और नेताओं को भी सजा मिले, जिन्होंने विकास दुबे को दबिश की जानकारी दी थी. ऐसे पुलिसकर्मी देशद्रोही हैं. उन्होंने कहा कि चौराहे पर खड़ाकर ऐसे पुलिसकर्मियों की वर्दी छीन ली जाए. उन्होंने मुखबिर को बेनकाब करने, उसे संरक्षण देने वालों को सामने लाने के लिए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
दरअसल 2 जून की रात को कानपुर जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिकरू गांव में पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई थी. इस दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर घर के अंदर से और छप पर से फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ होने लगी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी दो बदमाशों को मार गिराया, जबकि विकास दुबे अपने साथियों के साथ फरार हो गया.
मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शदीह हो गए, जबकि कई घायल हो गए. इसके बाद पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें विकास दुबे गैंग को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी करने लगी. इसी बीच एक मुठभेड़ में एसटीएफ ने विकास दुबे गैंग के शार्प शूटर अमित दुबे को मार गिराया. वहीं 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने के दौरान एमपी पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार किया.
यूपी लेकर आते समय शुक्रवार की सुबह पुलिस की गाड़ी कानपुर से कुछ ही दूरी पर दुर्घटनाग्रत हो गई. इस दौरान एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर विकास दुबे फरार होने की कोशिश करने लगा और पुलिसकर्मियों को गोली मारने की धकमी देने लगा. पुलिस की ओर से आत्मरक्षा के लिए चलाई गई गोली से वह घायल हो गया. इसके बाद पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल लेकर गई, जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.