प्रतापगढ़: जिले में व्यापारियों ने एसडीएम को दिए शिकायती पत्र में कालाकांकर राजघराने की पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह के पुत्र भूवन्यू सिंह पर रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप लगाया था. व्यापारियों का कहना था कि वह अपने पुस्तैनी मकान और दुकान की मरम्मत करवा रहे हैं. भूवन्यू सिंह ने पैसे की मांग करते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी थी.
व्यापारियों के पक्ष में पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल भी एसडीएम से मिलने गए थे. भूवन्यू सिंह और व्यापारियों के बीच इस घटना के बाद तनाव बढ़ गया है. तनाव को देखते हुए लालगंज पुलिस ने दोनों पक्षों पर शांति भंग की कार्रवाई करते हुए एसडीएम को रिपोर्ट भेज दी हैं.
एक पक्ष से पूर्व सांसद रत्ना सिंह उनके बेटे भूवन्यू सिंह, बीएन सिंह समेत आठ लोगों और दूसरे पक्ष की ओर से ज्ञानप्रकाश शुक्ल, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, अधिवक्ता विकास मिश्र समेत 18 लोगों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई है. एसडीएम बीके प्रसाद ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि जमीन के विवाद को लेकर दोनों पक्षों में तनाव चल रहा था. शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी.
प्रतापगढ़ की राजनीति में एक ही झंडे के साथ रहे प्रमोद तिवारी और राजकुमारी रत्ना सिंह आज अलग हो चुके हैं. राजकुमारी रत्ना सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया. लालगंज में राजकुमारी रत्ना सिंह की काफी संपत्ति है. यह इलाका रामपुर खास विधानसभा में आता है, जिसे प्रमोद तिवारी का गढ़ माना जाता है. यहां से इनकी बेटी नेता प्रतिपक्ष आराधना मिश्र मोना विधायक हैं.
कालाकांकर राजघराने की राजकुमारी पूर्व सांसद रत्ना सिंह अपने बेटे भूवन्यू को रामपुर खास से भाजपा का टिकट दिलाकर चुनाव लड़ना चाहती हैं. यही वजह है कि अब रत्ना सिंह और प्रमोद तिवारी के समर्थकों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंदिता का सफर शुरू हो चुका है.