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प्रतापगढ़ में सुस्त हुई सौभाग्य योजान, रोशन होने का इंतजार कर रहे आधे से अधिक गांव - सौभाग्य योजना

प्रतापगढ़ जिले में सरकार की सौभाग्य योजना भी विद्युत विभाग की सुस्त रफ्तार का शिकार हो गई है. दिसंबर में ही इस योजना के तहत सभी गांवों और मजरों में बिजली पहुंच जानी थी, लेकिन अब तक इस योजना के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है.

प्रतापगढ़ विद्युत विभाग अधीक्षण अभियंता एसके सिंह.
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Published : Feb 2, 2019, 9:23 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:07 PM IST

प्रतापगढ़ : जिले में सरकार की सौभाग्य योजना भी विद्युत विभाग की सुस्त रफ्तार का शिकार हो गई है. दिसंबर में ही इस योजना के तहत सभी गांवों और मजरों में बिजली पहुंच जानी थी, लेकिन अब तक इस योजना के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है.

दरअसल, प्रतापगढ़ जिले में सौभाग्य योजना के तहत लगभग एक लाख 18 हजार कनेक्शन 16 ब्लॉक के लगभग दो हजार गांव और नौ हजार मजरों में दिए जाने का लक्ष्य था, जिसे दिसंबर महीने में ही पूरा कर लिया जाना था, लेकिन अब तक एक लाख 15 हजार कनेक्शन ही दिए गए हैं, जिससे लगभग 900 गांव और तीन हजार मजरों को ही बिजली का कनेक्शन मिल सका है. इन गांवों में 25 हजार खंभो में से केवल 14,990 खंभे और 1,100 ट्रांसफार्मर में से केवल 350 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं.

जानकारी देते विद्युत विभाग अधीक्षण अभियंता एसके सिंह.
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प्रतापगढ जिले में दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना विभागीय लापरवाही के कारण पहले ही ब्लैक लिस्ट की जा चुकी है. आंकड़ों पर गौर करें तो आधे से अधिक गांव और मजरे अभी भी बिजली कनेक्शन के इंतजार में हैं, जबकि उन्हें दिसंबर में ही कनेक्शन मिल जाना चाहिए था, लेकिन विभाग की लेटलतीफ का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है.

प्रतापगढ़ : जिले में सरकार की सौभाग्य योजना भी विद्युत विभाग की सुस्त रफ्तार का शिकार हो गई है. दिसंबर में ही इस योजना के तहत सभी गांवों और मजरों में बिजली पहुंच जानी थी, लेकिन अब तक इस योजना के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है.

दरअसल, प्रतापगढ़ जिले में सौभाग्य योजना के तहत लगभग एक लाख 18 हजार कनेक्शन 16 ब्लॉक के लगभग दो हजार गांव और नौ हजार मजरों में दिए जाने का लक्ष्य था, जिसे दिसंबर महीने में ही पूरा कर लिया जाना था, लेकिन अब तक एक लाख 15 हजार कनेक्शन ही दिए गए हैं, जिससे लगभग 900 गांव और तीन हजार मजरों को ही बिजली का कनेक्शन मिल सका है. इन गांवों में 25 हजार खंभो में से केवल 14,990 खंभे और 1,100 ट्रांसफार्मर में से केवल 350 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं.

जानकारी देते विद्युत विभाग अधीक्षण अभियंता एसके सिंह.
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प्रतापगढ जिले में दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना विभागीय लापरवाही के कारण पहले ही ब्लैक लिस्ट की जा चुकी है. आंकड़ों पर गौर करें तो आधे से अधिक गांव और मजरे अभी भी बिजली कनेक्शन के इंतजार में हैं, जबकि उन्हें दिसंबर में ही कनेक्शन मिल जाना चाहिए था, लेकिन विभाग की लेटलतीफ का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है.

Intro:सौभाग्य योजना भी विभाग की सुस्त रफ्तार का शिकार हो गया है।दिसंबर में ही इस योजना के तहत सभी गाँव और मजरों को बिजली दे दी जानी थी लेकिन अब तक इस योजना के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है।


Body:प्रतापगढ़ में सौभाग्य योजना के तहत लगभग 1 लाख 18 हजार कनेक्शन 16 ब्लाक के लगभग 2 हजार गांव और 9 हजार मजरों में दिए जाने का लक्ष्य था जिसे दिसंबर महीने में ही पूरा कर लिया जाना था लेकिन अब तक 1 लाख 15 हजार कनेक्शन ही दिए गए है जिससे लगभग 9 सौ गाँव और 3 हजार मजरों को ही बिजली का कनेक्शन मिल सका है।25 हजार 1 खंभो में 14 हजार 9 सौ 90 खम्भे लगाये गए ।11 सौ ट्रान्सफर में से 350 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं।प्रतापगढ में दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना विभागीय लापरवाही के कारण पहले ही ब्लैक लिस्ट की जा चुकी है।


Conclusion:आंकड़ों पर गौर करें तो आधे से अधिक गांव और मजरे अभी भी बिजली कनेक्शन के इंतजार में है जबकि उन्हें दिसंबर में ही कनेक्शन मिल जाना चाहिए था लेकिन विभाग की लेटलतीफ का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है ।

बाईट-एस के सिंह(अधीक्षण अभियंता,प्रतापगढ़)
Last Updated : Sep 4, 2020, 3:07 PM IST
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