प्रतापगढ़: जिलाधिकारी डॉ. रूपेश कुमार ने बुधवार शाम अपने कैंप कार्यालय में जनपदीय पेयजल एवं स्वच्छता समिति की बैठक की. बैठक में अधिशासी अभियन्ता जल निगम ने बताया कि, 'जल जीवन मिशन' के तहत जनपद में अब तक 150 प्रोजेक्ट स्वीकृत हुए हैं जिनमें से 92 पुराने प्रोजेक्ट में से 46 के टेण्डर हो गये है और 58 नई योजनाओं में से 11 की टेण्डर प्रक्रिया प्रारम्भ की गयी है.
- डीएम की अध्यक्षता में हुई जनपदीय पेयजल एवं स्वच्छता समिति की बैठक
- 'जल जीवन मिशन' और 'हर घर नल' योजान के प्रगति की हुई समीक्षा
साथ ही उन्होंने बताया है कि, प्रदेश सरकार ने हर गांव के हर घर को मार्च 2022 तक टैप (नल) कनेक्शन से जोड़ने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके लिए सभी गांवों की कार्य योजना और डीपीआर तैयार कराया जा रहा है. एक साल के भीतर में यह कार्य किया जाना है.
इस दौरान जिलाधिकारी ने विलेज एक्शन प्लान में उस ग्राम पंचायत में उपलब्ध पेयजल की क्या सुविधा है तथा पेयजल की मांग कितनी है इसका भी विवरण तैयार कराने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने डीपीआर बनाते समय ग्रे वाटर मैनेजमेन्ट का भी ध्यान रखने और वाटर रिचार्जिंग की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. जिससे भूमिगत जल को दोहन के साथ ही भूमिगत जल का स्तर भी बनाये रखा जा सके.
जन सहभागिता से बने हर घर नल योजना डीपीआर
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि, डीपीआर बनाते समय इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए, सभी ब्लॉकों में होर्डिंग के माध्यम से योजना का प्रचार प्रसार किया जाए ताकि जनसामान्य भी इसके प्रति जागरूक हो सकें. इसके साथ ही डीएम ने विलेज एक्शन प्लान से सम्बन्धित ग्राम पंचायत के ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान तथा पेयजल एवं स्वच्छता समिति एवं अन्य के सुझाव को भी डीपीआर में शामिल किए जाने का निर्देश दिया. जिससे जनसहभागिता से डीपीआर तैयार हो सके. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे.