लखनऊः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार (modi government) पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया है. प्रमोद तिवारी ने बिहार के समाज कल्याण मंत्री के मदन सहन (madan sahni) इस्तीफे का जिक्र करते हुए सरकार और उसके कामकाज पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा जहां भी बीजेपी की सरकार है या फिर वह सरकार में शामिल हैं, वहां के अधिकारी तो अधिकारी चपरासी भी मंत्री की नहीं सुनते.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी प्रतापगढ़ में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार सरकार में रहे मंत्री मदन सहनी ने आरोप लगाया है कि उन्हें अधिकारी तो अधिकारी सफाई कर्मचारी तक नहीं सुन रहे हैं. जिसके चलते कैबिनेट मंत्री मदन सहनी ने इस्तीफे की पेशकश की है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि यह स्थिति हर जगह है. मोदी सरकार में एक से दो मंत्री को छोड़कर कोई किसी को नहीं जानता है, उनके कामकाज के बारे में भी किसी को कुछ नहीं पता है.
मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सारी संस्थाएं और लोकतंत्र खत्म कर रही है. बिहार में जेडीयू-बीजेपी की मिली जुली सरकार है. पिछड़ा समुदाय के एक मंत्री कह रहे हैं कि अधिकारी तो अधिकारी सफाई कर्मचारी व चपरासी तक उनकी नहीं सुन रहा है. जब मंत्रियों की इतनी दुर्दशा है तो सांसद व विधायक का क्या सुनते होंगे.
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प्रमोदी तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार सबसे बड़ा गुनाह कर रही है, वह लोकतंत्र समाप्त कर रही है. संविधान कहता है कि नौकरशाही मंत्री के प्रति जिम्मेदार है और मंत्री सदन के प्रति, लेकिन जब नौकरशाही मंत्री की ही नहीं सुनेगा तो मंत्री सदन में क्या जवाब देगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्री मदन सहनी पिछड़ी जाति से आते हैं, हो सकता है इसलिए हो रहा हो, लेकिन मोदी सरकार 'हम दो, हमारे दो' के फार्मूले पर काम कर रही है.
बिहार के मंत्री मुकेश सैनी ने दिया है इस्तीफा
बता दें कि नौकरशाही पर मनमानी का आरोप लगाते हुए बिहार की नीतीश कुमार सरकार में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने इस्तीफे की पेशकश की है. मदन सहनी ने कहा कि घर और गाड़ी लेकर क्या करूंगा जब जनता की सेवा ही नहीं कर पा रहा हूं. जब अधिकारी मेरी सुनेंगे ही नहीं तो जनता की सेवा कैसे करूंगा. अगर जनता का काम नहीं कर सकता तो मंत्री बने रहने का कोई मतलब नहीं है. कहा कि कैबिनेट का निर्णय है कि 30 जून तक ट्रांसफर होना है, लेकिन तीन दिनों से अधिकारी फाइल दबाए हुए हैं.