प्रतापगढ़: जिलें में ऑनलाइन सत्यापन में नौ फर्जी शिक्षिकाओं की नियुक्ति का खुलासा हुआ है. सभी शिक्षिकाओं को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है. बीएसए भूपेंद्र सिंह ने सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश भी दिए हैं. सभी शिक्षिकाओं पर आरोप है कि फर्जी टीईटी प्रमाण-पत्र लगा कर नौकरी हासिल की थी.
आरोप है कि बीएसए विभाग के पटल बाबूओं ने फर्जी शिक्षिकाओं की फाइल 6 माह से दबा कर रखी हुई थी. पटल बाबू द्वारा शिक्षिकाओं को बचाया जा रहा था. वर्तमान में यह सभी शिक्षिका जिले के विभिन्न विद्यालयों में तैनात थी. शासन के आदेश से हुई कार्रवाई के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, जिन शिक्षिकाओं के टीईटी प्रमाण-पत्र फर्जी मिले हैं. उनमें मीरा देवी, सीमा देवी, कंचन, निधि सिंह, संगीता देवी, सीमा कोरी, बिंदु देवी, सुमित्रा मौर्या, रुचि प्रजापति का नाम शामिल है. प्रतापगढ़ में इससे पहले भी 40 शिक्षक पर फर्जी प्रमाण-पत्र के आधार पर बर्खास्ती की कार्रवाई हो चुकी है. जबकि अभी 11 से अधिक शिक्षक प्रतापगढ़ में एसटीएफ की जांच राडार पर हैं. लेकिन, शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
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बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 69,000 हजार भर्ती में 9 शिक्षिकाओं का चयन हुआ था. अभिलेख सत्यापन में 9 शिक्षिकाओं का टीईटी का प्रमाण -पत्र फर्जी मिला है. सभी शिक्षिकाओं को बर्खास्त करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं. अभी और शिक्षक भी जांच के दायरे में हैं.
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