प्रतापगढ़: योगी सरकार की सख्ती के बाद पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ तेज कर दी है. इसी क्रम में रानीगंज थाना क्षेत्र से 25 हजार का इनामी लुटेरा गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इसके पास से अवैध तमंचा और कारतूस बरामद किया गया है. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजने की तैयारी कर रही है.
एसपी अभिषेक सिंह के निर्देश पर ग्रामीण थाना क्षेत्रों में अपराधियों की धरपकड़ तेज कर दी गई है. इसी क्रम में बुधवार को रानीगंज पुलिस को मुखबिर से मीरपुर गेट के पास एक अभियुक्तों के होने की सूचना मिली थी. जानकारी मिलते ही पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए मौके पर पहुंची. पुलिस को आता देख दोनों अपराधी मौके से भागने लगे. इसी दौरान पुलिस ने घेराबंदी करके आपराधी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि इनामिया लुटेरा अरमान पुत्र सकील अहमद निवासी बालीपुर भैसोना थाना रानीगंज जनपद का रहने वाला है.
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त अरमान ने पूछताछ में बताया कि मेरा दोस्त तौसिम उर्फ मोटू पुत्र मो. शरीफ निवासी अजीत नगर थाना कोतवाली नगर और शहबाज उर्फ लम्बू पुत्र मुईन निवासी पूरेदेवजानी थाना कन्धई जनपद प्रतापगढ़ जो शहर में मकान के किराए में रहते हैं. उन्होंने मुझे बताया की एक शर्राफा व्यवसायी जो आभूषण थाना रानीगंज क्षेत्र मे लाकर बेचने का कार्य करता है, जो अपने साथ काफी माल लेकर चलता है.
अभियुक्त ने बताया कि थाना रानीगंज क्षेत्र के राजेन्द्र सरोज पुत्र ननकू सरोज निवासी सण्डौरा थाना रानीगंज प्रतापगढ़, दीपक सरोज पुत्र स्व. शोभनाथ सरोज निवासी परसुरामपुर थाना रानीगंज प्रतापगढ़, मुकेश प्रताप सिंह पुत्र रत्नेश सिंह निवासी लच्छीपुर थाना रानीगंज जनपद प्रतापगढ़ भी मेरे साथ इस काम में शामिल थे. प्लान तैयार करके तौसिम उर्फ मोटू तथा शहबाज उर्फ लम्बू ने रेकी करके पल्सर गाड़ी राजेन्द्र सरोज, दीपक सरोज और मुकेश प्रताप सिंह को उपलब्ध कराई. इसके बाद आरोपियों ने सोनार को गोली मारकर आभूषण का बैग लूटा गया.
अभियुक्त अरमान ने पूछताछ में बताया कि लूटे गए आभूषण को बाद में संदीप सोनी निवासी भवानीगढ़, जो ऐसे समानों की खरीद करता है, उसे 20 हजार रुपये में बेच दिया गया. इसमें से 15 हजार रुपये राजेन्द्र सरोज, दीपक सरोज व मुकेश प्रताप सिंह को दे दिया था व 5 हजार रुपये हम तीनों ने रख लिया था.
अभियुक्त अरमान ने बताया कि घटना में जो पिस्टल प्रयोग हुई थी उसी की थी, जिसे उसने घटना के बाद दीपक सरोज से लेकर तौसिम उर्फ मोटू को दे दी थी. बाद में राजेन्द्र सरोज, दीपक सरोज व मुकेश सरोज पकड़े गये तो उन्होंने मेरा नाम पुलिस को बता दिया. तौसिम उर्फ मोटू व शहबाज उर्फ लम्बू किसी अन्य मामले में जेल चले गये हैं. अवैध असलहे के बारे में पूछे जाने पर अरमान ने बताया कि अपनी सुरक्षा के लिये असलहा साथ लेकर चलता हूं. इनके पास से एक अवैध तमंचा और एक कारतूस बरामद हुआ है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है.