प्रतापगढ़ः विश्वनाथगंज सीट से अपना दल के विधायक आर. के. वर्मा ने अनुप्रिया पटेल को अपना नेता मानने से इनकार कर दिया है. इस बात से अपना दल और बीजेपी का बीच रार साफतौर से देखा जा सकता है. आर. के वर्मा ने मंत्री रमाशंकर का पक्ष लेते हुए अपना दल से बगावत कर दिया है. अपना दल के विधायक ने कहा कि अनुप्रिया उनकी नेता नही हैं, रमाशंकर एक अच्छे इंसान हैं अनुप्रिया का आरोप बेबुनियाद है.
अनुप्रिया को नहीं बुलाया गया था कार्यक्रम में
बता दें कि अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद हैं. मिर्जापुर में सरकारी कार्यक्रम में न बुलाये जाने से नाराज अनुप्रिया ने भाजपा के विधायक और मंत्री रमाशंकर पटेल पर आरोप लगाया है कि सब भाजपा के मंत्री के इशारे पर किया जा रहा है. इस मामले को लेकर भाजपा और अपना दल में रार बढ़ गई है. प्रतापगढ में भी भाजपा और अपना दल के गठबंधन से दो विधायक हैं.
आर. के. वर्मा ने लिया रमाशंकर का पक्ष
अपना दल के विश्वनाथगंज सीट से विधायक और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आर. के. वर्मा ने भी मंत्री रमाशंकर का पक्ष लेते हुए अपना दल से बगावत कर दिया है. आर. के. वर्मा ने कहा कि अनुप्रिया उनकी नेता नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वह रमाशंकर पटेल को अच्छे तरीके से जानते हैं वह एक एक अच्छे और सुशील नेता हैं अनुप्रिया का आरोप बेबुनियाद है.
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अनुप्रिया की तरफ से नहीं आई है प्रतिक्रिया
बहरहाल, आर. के. वर्मा के बयान की अभी तक अनुप्रिया पटेल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह बात साफ हो गई है कि अपना दल के विधायक ने जहां अनुप्रिया को अपना नेता मानने से इनकार कर दिया है वहीं पार्टी से अलग होने का इशारा भी कर दिया. इससे कयास लगाया जा रहै है कि अब आर. के. वर्मा ने बीजेपी में शामिल होने का मन बना लिया है.