पीलीभीत : करीब पांच महीने पहले मजदूरी करने गुजरात गये पीलीभीत के एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. पोस्टमार्टम के बाद युवक के शव को पीलीभीत भेजा गया. सोमवार को युवक का शव गांव पहुंचने पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और शव को एंबुलेंस से नीचे नहीं उतारने दिया. परिजनों का कहना था कि युवक की हत्या की गयी है. मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर परिजनों को शांत कराया.
जिले के पूरनपुर कोतवाली इलाके के गांव बिलंदपुर अशोक में मोरवती रहती हैं. मोरवती ने अपने बेटे वीरपाल की हत्या की शिकायत पूरनपुर कोतवाली में की थी. मोरवती के मुताबिक वीरपाल की शादी तीन साल पहले हुई थी. उसकी डेढ़ साल की एक बेटी भी है. जून महीने में पत्नी सहित ससुराल से कुछ लोग वीरपाल को गुजरात के चांदनगर मजदूरी कराने ले गये थे.
मोरवती के आरोपों के मुताबिक तीन नवंबर को वीरपाल ने फोन कर परिजनों को बताया कि ससुराल के लोग उसे बेवजह परेशान कर रहे हैं. मारपीट कर उससे रुपये भी छीन लिये गये हैं.
जानकारी मिलने के बाद वीरपाल की मां मोरवती ने 5 नवंबर को अपने बेटे के खाते में 3000 रुपये भेजे थे. इसके बाद वीरपाल बस के जरिये घर वापस लौट रहा था. तभी उसके ससुराल वाले पहुंच गये और उसे बस से उतारकर वापस ले गये.
इसके बाद 6 नवंबर को वीरपाल के परिजनों को फोन पर सूचना मिली कि संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गयी है. सूचना मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया. सोमवार को गुजरात से युवक का शव एंबुलेंस के जरिये उसके गांव लाया गया. शव पहुंचते ही परिजन हंगामा करने लगे. परिजन कार्रवाई की मांग कर रहे थे. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर करीब 4 घंटे के बाद शव को एंबुलेंस से उतारा जा सका.
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