पीलीभीतः उत्तर प्रदेश सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी सड़कों के हाथ से उखड़ने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रही सड़क की गुणवत्ता पर ग्रामीणों ने सवाल खड़ा किया है. ग्रामीणों ने सड़क को हाथ से उखाड़ते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है. वीडियो वायरल होने पर अधिशासी अभियंता मामले की जांच करने पहुंच गए.
घाटमपुर गांव से हरदोई ब्रांच नहर पुल तक बनी करीब 7.5 किलोमीटर का सड़क निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा करीब 4 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया है. सड़क निर्माण कार्य 30 जून को पूरा हो गया था. इस सड़क निर्माण का कार्य ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में तैनात आलोक वर्मा की देखरेख में हो रहा था. सड़क निर्माण के करीब 10 दिन बीतने के बाद मंगलवार को इस सड़क का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो में कुछ ग्रामीण सड़क को हाथ से उखाड़कर गुणवत्ता पर सवाल खड़े करते नजर आ रहे हैं. वायरल वीडियो का मामला जब लखनऊ तक पहुंचा तो स्थानीय अधिकारियों ने जांच के निर्देश दे दिए.
इसके बाद ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता फुरकान अली अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की.ग्रामीणों से बातचीत के बाद अधिशासी अभियंता ने बताया कि सड़क निर्माण के कुछ दिनों बाद ही बारिश शुरू हो गई थी. जिसकी वजह से सड़क सेट नहीं हो पाई थी. इस कारण सड़क उखड़ गई है.
गौरतलब है कि पीलीभीत में यह कोई पहला नया मामला नहीं है. इसके पहले पूरनपुर और ललौरीखेड़ा इलाके में बन रही सड़क का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. मामला शासन तक पहुंचने पर अधिशासी अधिकारियों ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. ऐसे में पीलीभीत में तैनात अधिशासी अभियंता फुरकान अली की तैनाती के बाद से ही ग्रामीण अभियंत्रण विभाग लगातार सुर्खियों में है. सड़कों की गुणवत्ता पर लगातार सवालिया निशान खड़ा किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें- वाराणसी में होगा डिस्ट्रिक्ट ओलंपिक गेम्स, विभिन्न प्रतियोगिताओं में 8000 बच्चे लेंगे भाग