पीलीभीत: बीजेपी सांसद वरुण गांधी बीते कुछ दिनों से अपनी ही सरकार पर हमलावर होते नजर आ रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर वरुण गांधी ने बुधवार को ट्विटर के जरिए प्रतियोगी छात्रों की मांग को लेकर सरकार पर निशाना साधा. वरुण गांधी ने छात्रों के लिए विभिन्न परीक्षाओं में आयु सीमा में 2 वर्ष की छूट दिए जाने पर विचार करने की बात लिखी.
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कोरोना के भयावह कालखंड का तटस्थ आँकलन करें, तो इसका सबसे बड़ा दंश प्रतियोगी छात्रों ने झेला है।
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जिनके जीवन का सबसे अहम समय महामारी की भेंट चढ़ गया उन मेहनतकश छात्रों के भविष्य की चिंता करना हमारा कर्तव्य है।
विभिन्न परीक्षाओं में आयु सीमा में 2 वर्षों की छूट देने पर विचार हो।
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जिनके जीवन का सबसे अहम समय महामारी की भेंट चढ़ गया उन मेहनतकश छात्रों के भविष्य की चिंता करना हमारा कर्तव्य है।
विभिन्न परीक्षाओं में आयु सीमा में 2 वर्षों की छूट देने पर विचार हो।कोरोना के भयावह कालखंड का तटस्थ आँकलन करें, तो इसका सबसे बड़ा दंश प्रतियोगी छात्रों ने झेला है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 1, 2022
जिनके जीवन का सबसे अहम समय महामारी की भेंट चढ़ गया उन मेहनतकश छात्रों के भविष्य की चिंता करना हमारा कर्तव्य है।
विभिन्न परीक्षाओं में आयु सीमा में 2 वर्षों की छूट देने पर विचार हो।
पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट करते लिखा कि कोरोना के भयावह कालखंड का तटस्थ आंकलन करें, तो इसका सबसे बड़ा दंश प्रतियोगी छात्रों ने झेला है. जिनके जीवन का सबसे अहम समय महामारी की भेंट चढ़ गया. उन मेहनतकश छात्रों के भविष्य की चिंता करना हमारा कर्तव्य है. इसलिए विभिन्न परीक्षाओं में आयु सीमा में 2 वर्षों की छूट देने पर विचार हो.
दरअसल, यह कोई पहला मामला नहीं है कि सांसद वरुण गांधी ने छात्रों के हित की आवाज उठाते हुए ट्वीट किया हो. इससे पहले भी बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के चलते भारत वापस लौटे मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों को भारत में ही शिक्षा देने की व्यवस्था को लेकर भी सरकार से अनुरोध किया था. उस दौरान बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने लिखा था कि छात्रों के भविष्य की चिंता करना हमारा कर्तव्य है. इन्हें भारत में ही शिक्षा उपलब्ध कराई जानी चाहिए ताकि इनके भविष्य से खिलवाड़ न होने पाए.
सरकार से नाराज चल रहे हैं वरुण
सांसद वरुण गांधी बीते कुछ दिनों से ट्वीट के जरिए अपनी ही सरकार की नीतियों पर हमलावर होते नजर आ रहे हैं. इससे सरकार के प्रति वरुण गांधी की बगावत खुलकर सामने आ गई है. ऐसे में पीलीभीत दौरे के दौरान भी सांसद वरुण गांधी ने बिना सरकार का नाम लिए तमाम नीतियों पर हमला किया था.
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