पीलीभीत: नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद वरुण गांधी ने यशवंतरी मंदिर में पहुंचकर माता का आशीर्वाद लिया. माता दर्शन के बाद वरुण गांधी ने अपने समर्थकों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मशहूर शायर मुनव्वर राना की एक शायरी सुनाई, जिससे वहां मौजूद लोग झूम उठे.
जनता का अभिवादन करते हुए कहा कि पीलीभीत से ही हमारी पहचान है. पहली बार जीत मैंने पीलीभीत से ही दर्ज की थी. अपने संबोधन को आगे बढ़ाते हुए वरुण गांधी ने पीलीभीत वासियों को एक खूबसूरत सी शायरी सुनाई. तो पूरा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. शायर मुनव्वर राना की लाइनों के अल्फाज कुछ यूं हैं -
हम सायादार पेड़ ज़माने के काम आए,
सूखने लगे तो जलाने के काम आए.
तलवार की म्यान को कभी फेंकना नहीं,
मुमकिन है कभी दुश्मनों को डराने के काम आए.
कच्चा समझ के बेच न देना घर अपना,
हो सके कि बरसात में मुंह छुपाने के काम आए.
शायरी सुनने के बाद हजारों की संख्या में पहुंची जनता खुशी से झूम उठी और वाह-वाह करने लगी. शायरी के बाद वरुण गांधी और भारत माता की जय के नारे भी लगे.