पीलीभीत: बेटे से नाराज चल रही बहू को मना कर घर वापस लाने जा गए ससुर की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई. वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक के बेटे ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 24 घंटे के अंदर एक ही घर में दो मौतों से गांव में मातम का माहौल है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
बता दें कि महुआ गुंदे गांव के रहने वाले कन्हैया लाल मंगलवार को अपने बेटे नरेंद्र की पत्नी को विदा कराने उसके मायके गए थे. बहू ने ससुर से ससुराल जाने को मना कर दिया था, जिसके बाद कन्हैया लाल ग्राम प्रधान रामपाल के साथ देर शाम को घर लौट रहे थे. इसी दौरान शाम सड़क दुर्घटना में कन्हैया लाल की मृत्यु हो गई और प्रधान रामपाल गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस बात की जानकारी जब नरेंद्र उर्फ मझले (26) को हुई तो वह गमगीन हो गया और पिता के शव पहुंचने से पहले कहीं चला गया. नरेंद्र रात में ही खाडेपुर तरफ खेतों में जाकर पीपल के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. नरेंद्र का शव बुधवार को मिलने से हड़ंकप मच गया.
बता दें कि नरेंद्र की शादी दो साल पहले बंडा थाना क्षेत्र के गांव से हुई थी. पत्नी से अनबन होने के कारण 1 साल से मायके में रह रही है और पंचायत फैसलों का दौर चल रहा था. 1 दिन पूर्व नरेंद्र के पिता कन्हैयालाल इस विवाद को सुलझाने के लिए गांव के प्रधान रामपाल के साथ मझले की बहू के मायके गए थे. घर लौटते समय रास्ते में बाइक किसी वाहन से टकरा गई और कन्हैया लाल की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि ग्राम प्रधान गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना लगते ही सेहरामऊ उत्तरी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
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बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही कन्हैया लाल की बेटी की दहेज के लिए हत्या कर दी गई थी. यह दुख भी परिजन किसी तरह झेल गए थे. अब फिर से साथ दो मौतें एक घर में होने से कोहराम मचा हुआ है.