पीलीभीतः जिले में प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम बारात घर में धर्म परिवर्तन (Conversion In Pilibhit) हो रहा था. सामाजिक कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभा को बंद कराया. हालांकि, स्थानीय पुलिस बारात घर में धर्म परिवर्तन के मामले को नकारती रही. लेकिन जब कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों से मामले की शिकायत की, तो उसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में एक नामजद समेत पांच लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया.
बीसलपुर कस्बे के रहने वाले प्रशांत त्रिवेदी ने पुलिस को तहरीर दी. जिसमें बताया गया कि 14 फरवरी को कस्बे के द्रोपदी बैंकट हॉल में 40-50 लोगों को बिना अनुमति के धर्म परिवर्तन के नाम पर बहलाने-फुसलाने के लिए कैलाश वर्मा नाम के शख्स ने इक्ट्ठा किया और यहां धर्म परिवर्तन और माइंड वॉश करने के उद्देश्य से भजन कीर्तन किया जा रहा था.
प्रशांत का कहना है कि बिना पुलिस के अनुमति आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम की प्रशासन को भनक भी नहीं थी. स्थानीय लोगों ने जब पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी, तो पुलिस मौके पर पहुंची और कार्यक्रम को बंद करा दिया. आरोप है कि मुख्य आरोपी कैलाश वर्मा को पुलिस थाने ले गई, लेकिन धर्म परिवर्तन के मामले से इनकार करती रही.
प्रशांत त्रिवेदी ने बताया कि जब उन्होंने नामजद तहरीर देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की, तो पुलिस ने बिना अनुमति के भीड़ जुटाने, उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन (निषेध अधिनियम 2021 की धारा 3 व 5-1) के तहत मामला दर्ज किया. वहीं, इस मामले पर थाना अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि केस की जांच की जा रही है.
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