पीलीभीत: एसडीओ पूरनपुर प्रवीण खरे ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कौमी एकता सप्ताह का शुभारंभ किया. कौमी एकता सप्ताह के पहले दिन शपथ ग्रहण कराई गई. जिसमें जात पात पक्षपात से अलग हटकर एक समाज बनाने की शपथ ली गई. इस मौके पर पीटीआर के बड़े बाबू राम, निर्भय कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, सर्वेश कुमार, राजेश कुमार, चित्तौड़िया, ख्यालीराम, एमपी तोमर, पवन कुमार सक्सेना, सुनील कुमार आदि पीटीआरकर्मचारी मौजूद रहे.
कौमी एकता सप्ताह भारत में कैसे मनाया जाता है?
कौमी एकता सप्ताह समारोह की शुरुआत चिह्नित करने के लिए प्रशासन द्वारा एक साइकिल रैली आयोजित की जाती है. पूरे सप्ताह के समारोह का उद्देश्य पूरे भारत में अलग संस्कृति के लोगों के बीच अखंडता, प्रेम, सद्भाव और भाईचारे की भावना का प्रसार करना है. साइकिल रैली में पूरे देश से विभिन्न स्कूलों से छात्र और गैर सरकारी संगठनों से स्वयंसेवक भाग लेते हैं.
कौमी एकता सप्ताह 19 नवंबर से शुरु होकर 25 नवंबर तक मनाया जाता है. कौमी एकता सप्ताह के अंतर्गत विद्यालयों, सरकारी कार्यलयों तथा संस्थानों में संगोष्ठी, भाषण, नाटक मंचन जैसे विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. जिसमें लोग देश की एकता और अखंडता के वर्तमान परिदृश्य को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हैं. इसके साथ ही इसके उन्नति के लिए किए जा सकने कार्यों के विषय में चर्चा करते हैं तथा कार्यक्रम में अंत में सभी लोग मिलकर राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए शपथ लेते है.
पूरे सप्ताह समारोह के शीर्षक हैं:-
- 1- 19 नवंबर को राष्ट्रीय एकता दिवस
- 2- 20 नवंबर को अल्पसंख्यक कल्याण दिवस
- 3- 21 नवंबर को भाषाई सद्भाव दिवस
- 4- 22 नवंबर को कमजोर वर्गों का दिवस
- 5- 23 नवंबर को सांस्कृतिक एकता दिवस
- 6- 24 नवंबर को महिला दिवस
- 7- 25 नवंबर को संरक्षण दिवस