पीलीभीत: जिले में एक तरफ जहां वैश्विक महामारी कोरोना से जहां लोग भूखे मर रहे हैं, वहीं प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यहां फुटपाट से रोजी-रोटी कमाने वाले लोगों को बिना सूचना दिए ही जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चला दिया. वहीं फुटपाट पर दुकान लगाने वाले लोगों का काफी नुकसान उठाना पड़ा और इस कोरोना महामारी में अब वे दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं.
जिला प्रशासन ने हटाया अतिक्रमण
आपको बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते पिछले 3 महीने तक लॉकडाउन लगा रहा था. सरकार द्वारा आम जनमानस को ध्यान में रखते हुए धीरे-धीरे लॉकडाउन खोला गया. वहीं जिला प्रशासन ने गरीबों को ही दरकिनार करते हुए रोड पर लगी दुकानों पर बुलडोजर चलवा दिया. ये तस्वीरें जिले के मुख्य चौराहे नकटादाना के पास की हैं जहां पर उनकी दुकानें उखाड़ दी गईं. लॉकडाउन के बाद अपने घर की आजीविका चलाने के लिए यहां पर गरीब लोग पान-मसाले और सब्जी की छोटी-छोटी दुकानें लगाते हैं और अपना घर चलाते हैं.
लोगों ने प्रशासन पर लगाया पक्षपात का आरोप
लोगों ने सरकारी सिस्टम को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. यहां दुकान लगाने वालों ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोगों की दुकानें यह कहकर हटाई गई कि आप लोगों की दुकानों में भीड़ ज्यादा रहती है. इस भीड़ से कोरोना वायरस फैलने का ज्यादा खतरा है. वहीं पान-मसाला की दुकान लगाने वाली शांति देवी ने बताया कि प्रशासन को बीच बाजार में पतली-पतली गलियों में बड़ी-बड़ी दुकानों पर भीड़ नहीं दिखती है.