पीलीभीत: उत्तर प्रदेश सरकार के वन राज्य मंत्री के पी मलिक ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र का आगाज किया है. पर्यटन सत्र शुरू होने के साथ-साथ एक तरफ जहां जनता खासी खुश नजर आयी. तो वहीं, दूसरी तरफ पहले दिन ही पर्यटन सत्र अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया. फिलहाल, बाघ देखने की चाहत लिए तमाम अधिकारी व पर्यटक पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ओर कूच करते नजर आए.
वन मंत्री के गेस्ट को गाड़ी से उतारकर छोड़ गए डिप्टी डायरेक्टर
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र का उद्घाटन करने आए वन मंत्री के साथ अतिथि भी आए थे. ऐसे में वन मंत्री के साथ आए अतिथि जब भी डीएम एसपी को बैठा कर ले जा रही जिप्सी में बैठ गए तो डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने उन्हें दूसरी जिप्सी पर बैठने का हवाला देकर नीचे उतार दिया. वहीं, जब दूसरी जिप्सी का इंतजाम नहीं हुआ तो वन मंत्री के साथ आए अतिथियों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की. इसके बाद आनन-फानन में अधिनस्थ स्टाफ ने अतिथियों को दूसरी जिप्सी में बैठा कर मामले को रफा-दफा कराया.
डीएम एसपी टाइगर देखने के लिए रवाना
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र का आगाज होने के साथ जिला अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, पुलिस अधीक्षक दिनेश पी, बीजेपी विधायक स्वामी प्रवक्ता नंद, जिला अध्यक्ष भाजपा संजीव प्रताप सिंह समेत तमाम अन्य पार्टी के कार्यकर्ता व अधिकारी जिप्सी पर सवार होकर बाघ का दीदार करने के लिए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के लिए रवाना हो गए.
वन विभाग के भ्रष्टाचार की भाजपा पदाधिकारी ने की शिकायत
भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अमित वाल्मीकि ने पीलीभीत के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार से जंगल के अंदर स्थित कैंटीन व अन्य व्यवस्था के ठेके ना होने से संबंधित एक शिकायत की है. इसमें वन विभाग के तमाम अधिकारियों पर मिलीभगत और मनमानी करने का आरोप लगाया गया है. फिलहाल यह शिकायत का मुद्दा भी बन मंत्री के सामने गूंजता नजर आया. इस पर वन राज्य मंत्री के पी मलिक ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
यह भी पढ़े-यूपी में तराई के जंगलों में बनेगा गैंडों का तीसरा बड़ा आशियाना!