पीलीभीतः पीलीभीत रेलवे स्टेशन अब टाइगर जंक्शन के नाम से जाना जाएगा. स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव को पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल प्रबंधक ने मंजूरी दे दी है. इस बात की पुष्टि पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने की है. पीलीभीत के रेलवे स्टेशन को टाइगर जंक्शन कर देने से देश-प्रदेश में पीलीभीत को नई पहचान मिलेगी.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की तस्वीर. पर्यटन को लेकर लिया गया बड़ा फैसलापीलीभीत रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर टाइगर जंक्शन करने का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है. जनपद पीलीभीत की शान पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटन को बढ़ावा को लेकर एक विशेष पहचान देते हुए रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर टाइगर जंक्शन किया जा रहा है. इससे यहां पर आने वाले या यहां से गुजरने वाले लोगों को बीच अब टाइगर जंक्शन सुनते ही यहां के टाइगर रिजर्व का दीदार करने का मन करेगा. पीलीभीत टाइगर रिजर्व का सातवां सत्र 1 नवंबर से चालू हो चुका है. इसको लेकर लोगों काफी उत्सुकता बनी हुई है, यहां पर टाइगर का दीदार करने के लिए लोग लगातार आ रहे हैं.
15 दिन पहले खोला गया टाइगर रिजर्व
पीलीभीत टाइगर रिजर्व का सत्र 15 नवंबर से 15 जून तक चलता है, लेकिन इस बार 1 नवंबर से चालू किया गया है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व के इतिहास में पहली बार 15 दिन पहले चालू हो रहा है. कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते पिछले वर्ष ढाई महीने पहले ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व को बंद कर दिया गया था.
टाइगर का दीदार करने के लिए बनाए गए खास 15 पॉइंट्स
पीलीभीत टाइगर रिजर्व ने 15 प्वॉइंट्स को सिलेक्ट किया है. यहां पर आने वाले सैलानियों को गाइड के साथ भेजा जाएगा ताकि वे वन्य जीव का दीदार कर सकें. पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रशासन ने चुका बीच, जंगल सफारी, बायिफ्रकेशन प्वॉइंट, सायिफन कैनाल, सप्त सरोवर, झंड ताल, सन से पॉइंट, सब राइज पॉइंट, लाल पुल, भीम ताल, बारहसिंघा ताल, पयिथेन प्वॉइंट, ओटर प्वॉइंट, क्रोकोडाइल प्वॉइंट, खरजा कैनाल पॉइंट, नेचर इंटरप्रेटेशन सेंटर प्वॉइंट, गोमती उद्गम स्थल बनाए गए हैं.
पीलीभीत को खास पहचान देने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेलवे स्टेशन का नाम टाइगर जंक्शन रखने का प्रपोजल रेलवे को भेजा गया था. इस प्रपोजल को पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक ने मंजूरी दे दी है.
-नवीन खंडेलवाल, डिप्टी डायरेक्टर पीलीभीत टाइगर रिजर्व