पीलीभीत: जिले में हुई डीएम की बैठक के दौरान पंचायत सचिव के धरने पर बैठने का मामला सामने आया है. जिसमें डीएम के द्वारा आयोजित कायाकल्प मीटिंग के दौरान धरने पर बैठे सचिवों ने डीएम समेत बीएसए और प्रशासन पर जबरन निलंबित करने का आरोप लगाया है.
जानें पूरा मामला
गांधी स्टेडियम के गांधी परीक्षा गृह में डीएम के द्वारा आयोजित सरकारी स्कूलों के सुंदरीकरण को लेकर कायाकल्प की मीटिंग का आयोजन किया था. कायाकल्प की मीटिंग के दौरान पंचायत सचिव धरने पर बैठ गए. सचिवों का आरोप है कि कम समय में ज्यादा काम दिया जाता है, साथ ही हमारे द्वारा काम की सही रिपोर्ट दी जाती है, लेकिन बीएसए कार्यालय द्वारा कायाकल्प की गलत रिपोर्ट प्रशासन में दी जाती है. जिसके चलते निर्दोष सचिवों को डीएम के आदेश पर निलंबित कर दिया जाता है.
जनपद के सभी सरकारी स्कूलों के सुंदरीकरण के लिए सरकार द्वारा कायाकल्प योजना चलाई जा रही है. पीलीभीत में कायाकल्प को लेकर डीएम लगातार सख्त बने हुए हैं, जिसको लेकर स्कूलों के सुंदरीकरण में सचिवों की ड्यूटी लगाई गई है. कायाकल्प के तहत स्कूलों में होने वाले सौंदर्यीकरण का पूरा जिम्मा पंचायत सचिवों को दिया गया है.