पीलीभीत: नेपाल पुलिस की गोली लगने से घायल हुए युवक ने इलाज के दौरान 30 दिन बाद लखनऊ के अस्पताल में दम तोड़ दिया. युवक की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. एक महीना पूर्व यह घटना पीलीभीत के तिल्ला नंबर 4 गांव में घटित हुई थी. वहां अगस्त पर निकली नेपाल पुलिस ने दो युवकों को गोली मार दी थी. इससे एक युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल था. उसका इलाज लखनऊ के अस्पताल में चल रहा था.
जानें पूरी घटना
नेपाल पुलिस ने गस्त के दौरान 5 मार्च को गुरमेज सिंह को गोली मार दी थी. गोली लगने से घायल गुरमेज का इलाज लखनऊ के अस्पताल में चल रहा था. यहां देर रात गुरमेज ने दम तोड़ दिया. परिजनों को जैसे ही युवक की मौत की खबर मिली तो कोहराम मच गया. परिजन शव को पीलीभीत लाने के लिए रवाना हो गए हैं.
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पहले भी हो चुकी है एक युवक की मौत
बीती 5 मार्च पीलीभीत पुलिस को देर शाम सूचना मिली थी कि इंडो नेपाल बॉर्डर पर स्थित गांव टिल्ला नंबर 4 के पास गस्त के दौरान नेपाल पुलिस ने दो युवकों पर गोली चला दी है. इस घटना के दौरान एक युवक गोविंदा की मौके पर ही मौत हो गई थी. नेपाल पुलिस की गोली लगने से दूसरा युवक गुरमेज गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसका लखनऊ के अस्पताल में इलाज चल रहा था. देर रात गुरमेज ने लखनऊ के अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
मौके पर हुई थी हाई प्रोफाइल मीटिंग
घटना के बाद नेपाल के उच्च अधिकारियों और पीलीभीत के उच्च अधिकारियों के बीच एक हाई प्रोफाइल मीटिंग हुई थी, जिसमें नेपाल के अधिकारियों द्वारा पूरे मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिलाया गया था. पीलीभीत के डीएम एसपी और नेपाल पुलिस के अधिकारी इस मीटिंग में शामिल थे.