पीलीभीत: जिले में स्वास्थ्य विभाग की एक के बाद एक लापरवाही उजागर हो रही है. पहले तो जिले के सीएमओ आलोक कुमार ने फार्मासिस्ट को जूते से मारने की बात कहकर स्वास्थ्य विभाग को सुर्खियों में ला दिया तो वहीं अब विभागीय कर्मचारियों ने एक ऐसा कारनामा कर दिया है जिससे अधिकारी भी हैरान है.
गौरतलब है कि वरिष्ठ पत्रकार केशव अग्रवाल का दिल्ली के गुरुग्राम स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन होना था. ऑपरेशन से पहले कोरोना संक्रमण की स्थिति जानने के लिए 48 घंटे पहले की रिपोर्ट चाहिए थी. जिसको लेकर वरिष्ठ पत्रकार केशव अग्रवाल ने 25 जुलाई को सीएमओ ऑफिस परिसर में बने सैंपल केंद्र पर पहुंचकर अपना सैंपल कराया था. 26 जुलाई की देर शाम जब रिपोर्ट ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड हुई तो वरिष्ठ पत्रकार केशव अग्रवाल हैरान रह गए. क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार उनका सैंपल 11 जुलाई की तारीख में निगेटिव दिखा रहा था.
जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन से पहले वरिष्ठ पत्रकार ने 25 जुलाई को कोरोना जांच लिए अपना सैंपल दिया था. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल पर जो रिपोर्ट अपलोड की है वह हैरान कर देने वाली है. क्योंकि रिपोर्ट में साफ जाहिर है कि 11 जुलाई को सैंपल लिया गया और 11 जुलाई की देर शाम ही सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ गई.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई इस लापरवाही का खामियाजा वरिष्ठ पत्रकार को भुगतना पड़ा. वह अपने इलाज के लिए गुरुग्राम में स्थित एक निजी अस्पताल पहुंच गए थे. वहीं, रिपोर्ट पुरानी होने की बात कहकर अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया. मामले पर जानकारी लेने के लिए जब सीएमओ आलोक कुमार से संपर्क किया गया तो उनका फोन नहीं उठा.
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