पीलीभीतः कुपोषण जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने के लिए यूपी सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कुपोषण की बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 2014 में सभी जिलों में पुनर्वास केंद्र बनाए गए थे. इन पुनर्वास केंद्रों को 5 साल तक के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने की जिम्मेदारी दी गई थी. इसी तर्ज पर पीलीभीत में भी लिए प्रदेश सरकार द्वारा 2014 में पुनर्वास केंन्द्र बनाया गया था.
इस वर्ष पीलीभीत के पुनर्वास केंन्द्र में 1300 से ज्यादा बच्चों को कुपोषण रोग से छुटकारा मिला है. पीलीभीत का पुनर्वास केंन्द्र कुपोषित बच्चों का इलाज करके यूपी में तीसरा स्थान प्राप्त कर चुका है. जानकारी के अनुसार पीलीभीत में पिछले सालों से हजारों बच्चे कुपोषण का शिकार थे, लेकिन जिला अस्पताल में बनाया गया पोषण पुनर्वास केंद्र इन कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबितत हो रही है.
पीलीभीत पुनर्वास केंन्द्र में अलग-अलग जिले से कुपोषित बच्चों को लाकर 14 दिन तक रखा जाता है. इस दौरान बच्चों और माताओं बच्चों के स्वास्थ्य के अनुसार आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त आहार दिया जाता है. इस दौरान बच्चों की माताओं को प्रतिदिन 50 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. कुपोषण से ग्रस्त बच्चे का चेकअप किया जाता है, जिसमें बच्चों का वजन और लंबाई नापी जाती है. बच्चे के स्वास्थ्य के अनुसार उसका डाइट चार्ट तैयार किया जाता है.