पीलीभीत: जिला कलेक्ट्रेट परिसर से फर्जी हस्ताक्षर कर जांच रिपोर्ट को जबरन आगे बढ़ाने का मामला सामने आया है. इसमें जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने जांच रिपोर्ट में हस्ताक्षर करते समय अचानक एसडीएम सदर वंदना त्रिवेदी के फर्जी हस्ताक्षर को पकड़ लिया. इस मामले से विभाग में हड़कंप मच गया. जिलाधिकारी ने हस्ताक्षर की जांच अपर जिलाधिकारी न्यायिक को सौंप दी है.
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जानें क्या है पूरा मामला
- पीलीभीत नगर पालिका में एक संयुक्त जांच होनी थी.
- इस जांच कमेटी में एसडीएम सदर वंदना त्रिवेदी भी सदस्य थीं.
- जांच पूरी हो जाने के बाद नगर पालिका से फाइल में हस्ताक्षर कराने के लिए फाइल जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची.
- जिलाधिकारी के स्टेनो धर्मेंद्र फाइल लेकर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव के पास हस्ताक्षर कराने पहुंचे.
- फाइल में जिलाधिकारी को एसडीएम सदर वंदना त्रिवेदी के हस्ताक्षर फर्जी लगे.
- एसडीएम वंदना त्रिवेदी को उनके हस्ताक्षर दिखाए गए तो एसडीएम वंदना त्रिवेदी ने अपने हस्ताक्षर होने से साफ इनकार कर दिया.
- जिस पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने तत्काल प्रभाव से उस जांच रिपोर्ट को रोक दिया.
- इसके बाद एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर की जांच अपर जिलाधिकारी न्यायिक देवेंद्र मिश्र को सौंप दी.
नगर पालिका की संयुक्त जांच होनी थी, जिसमें एसडीएम सदर भी सदस्य थीं. मुझे हस्ताक्षर करते समय लगा की यह हस्ताक्षर फर्जी हैं. एसडीएम सदर ने भी अपने हस्ताक्षर से इनकार कर दिया तो एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर की जांच अपर जिलाधिकारी को सौंप दी गई है.
-वैभव श्रीवास्तव, जिलाधिकारी