पीलीभीत: बरखेड़ा विधानसभा के भाजपा विधायक किशनलाल राजपूत समेत 16 नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. डीएम के गनर रहे मोहित गुर्जर के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार ने सुनगढ़ी पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने को कहा था.
जानें पूरा मामला
- 12 सितंबर को विधायक के भांजे ऋषभ और डीएम के गनर मोहित गुर्जर के बीच पैसे को लेकर कुछ विवाद हुआ था.
- विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई.
- इसकी सूचना विधायक किशन लाल राजपूत को हुई.
- विधायक ने सिपाही को आसाम चौकी के पास पकड़ा, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने सिपाही की जमकर पिटाई की.
- इसके बाद सिपाही मोहित गुर्जर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया.
इसके बाद यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ने लगा. सपा के युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने मोहित गुर्जर पर लगे मुकदमे पर जिला प्रशासन और पुलिस को चेतावनी देते हुए धरना भी दिया था. इसके बाद मोहित गुर्जर को जेल से रिहा कर दिया गया.
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मोहित गुर्जर ने अपने साथ हुई मारपीट को लेकर न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल किया. इस पर सुनवाई विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार ने की. विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार ने बरखेड़ा विधायक किशन लाल राजपूत समेत 16 नामजद और 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर 15 दिन के भीतर कॉपी न्यायालय को भेजने का आदेश दिया था. जिस पर सोमवार देर रात मुकदमा दर्ज किया गया.
सिपाही ने विधायक पर लगाए गंभीर आरोप
मोहित गुर्जर ने बरखेड़ा विधायक किशन लाल राजपूत पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया था कि विधायक ने आसाम चौकी के अंदर अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मारपीट की थी.
न्यायालय का आदेश आया था, जिसमें मुकदमा दर्ज कराने का आदेश था. विवेचना के बाद ही अब कुछ कहा जाएगा.
-अभिषेक दीक्षित, पुलिस अधीक्षक