पीलीभीत : जिले के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बीसलपुर नगर पालिका परिषद के चेयरमैन और उनके दो पुत्रों पर एफआईआर दर्ज की गई है. नगर के मोहल्ला दुर्गा प्रसाद निवासी से नगर पालिका के भूखंड का पट्टा देने के नाम पर हजारों रुपये हड़पने का आरोप लगाया जिसपर रिपोर्ट दर्ज करने के बाद कोतवाली पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है. पुलिस ने संबंधित पक्षों से बयान लेना शुरू कर दिया है.
जानें क्या है पूरा मामला
बीसलपुर नगर पालिका परिषद के चेयरमैन नूर अहमद अंसारी ने मोहल्ला दुर्गा प्रसाद निवासी रामपाल को उसी के मकान के पास पट्टे पर एक भूखंड जो नगर पालिका परिषद बीसलपुर का था, हेराफेरी कर 14 अप्रैल 2022 को पट्टे पर देने की बात कही. पट्टे की भूमि के एवज में 40 हजार रूपये लेने के बाद 5 हजार तथा 15 सौ रुपये सहित कुल 65 सौ की दो रसीदें सौंप दीं. रामपाल ने जब पूछा की कि 40 हजार देने पर उसे मात्र 65 सौ की रसीद क्यों मिली तो चेयरमैन ने रामपाल को दिलासा देते हुए निर्माण शुरु करने को कहा.
रामपाल को चेयरमैन पर शक हुआ और उसने रसीदें नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी वंदना शर्मा को दिखायी. वंदना शर्मा ने इसे फर्जी बताया. यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी रसीदें तो वर्ष 2017-18 में संबंधित बाबू को जारी की गईं थीं.
वंदना शर्मा ने यह भी बताया कि अध्यक्ष को यह रसीद जारी करने का अधिकार नहीं है. इसके पश्चात जब वह चेयरमैन नूर अहमद अंसारी के घर रसीद लेकर पहुंचा तो उनके दो लड़कों ने गाली गलौज की और मारने की धमकी देकर उसे भगा दिया. इसके बाद रामपाल ने पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु को शिकायती पत्र देकर मुकदमा पंजीकृत कराया. चेयरमैन व उनके दोनों लड़कों के विरुद्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट भी पुलिस ने दर्ज की.
बीसलपुर कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने विवेचना शुरू कर दी है. मोहल्ला दुर्गा प्रसाद में पहुंचकर कुछ लोगों के बयान लिए हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आज ईद होने से चेयरमैन व उनके लड़कों को तलब नहीं किया गया है. शीघ्र ही उनके भी बयान लिए जाएंगे. इस मामले की गहनता से छानबीन करने के बाद कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.
ऐसी ही जरुरी और विश्वसनीय खबरो के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप