पीलीभीत: जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी कर रही फर्जी शिक्षिका पर अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. हालांकि खंड शिक्षा अधिकारी को एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जिलाधिकारी की तरफ से दिए गए थे, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी ने अभी तक कोई एफआईआर फर्जी शिक्षिका के खिलाफ दर्ज नहीं कराया है.
मामला लालोरी खेड़ा ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है. 2015 से शारीरिक शिक्षा के पूर्णकालिक पद पर इंदु देवी नाम की फर्जी शिक्षिका नौकरी कर रही थी. इंदु देवी ने अपने मूल प्रमाण पत्रों के अंकों में फेरबदल कर नौकरी पाई थी. कुछ दिन पहले अभिलेखों में फेर बदल पाए जाने पर पूरी सघन जांच की गई थी, जिसमें इंदु देवी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे. इसके आधार पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने तत्काल प्रभाव से महिला की संविदा समाप्त कर दी थी.
वहीं जिलाधिकारी के आदेश पर 11 लाख की रिकवरी और फर्जी शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश ललौरी खेड़ा विकासखंड के खंड शिक्षा अधिकारी जीपी गौतम को दिए गए थे, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी जीपी गौतम फर्जी शिक्षिका पर एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव समेत बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप के आदेश को भी खंड शिक्षा अधिकारी जीपी गौतम ने चुनौती दी है. बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने बताया कि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है. बहुत जल्द एफआईआर दर्ज हो जाएगी.