पीलीभीत: जिले में शारदा नदी किनारे बसने वाली आबादी दशकों से बाढ़ और कटान का दंश झेल रही है. सरकार ने बीते दिनों चेनलाइजेशन के जरिए नदी का बहाव पहले की तरह करने के लिए परियोजना तैयार की. काम करने के लिए कार्यकारी संस्था को जिम्मेदारी भी सौंप दी गई थी. लेकिन, वन विभाग की NOC न मिलने के कारण यह काम शुरू नहीं हो पाया. बीते 27 दिनों से स्थानीय ग्रामीण बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने के लिए धरने पर बैठे हैं. ऐसे में बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी इस पूरे मामले में वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है. एनओसी न मिलने पर सांसद वरुण गांधी ने ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी है.
इसे भी पढे़-मैं निजीकरण के खिलाफ नहीं, लेकिन अमीर और गरीब के बीच बहुत बड़ी खाई- सांसद वरुण गांधी
वरुण गांधी ने पत्र में लिखा कि चंदिया हजारा इलाके के रहने वाले लोगों ने उन्हें पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि राहुल नगर में शारदा नदी पर चेनलाइजेशन के जरिए नदी का बहाव परिवर्तित करने का कार्य प्रस्तावित है. इस पूरे मामले में वन विभाग की एनओसी न मिलने के कारण काम रुकवा दिया गया है. वरुण गांधी ने लिखा की कार्यकारी संस्था द्वारा प्रधान मुख्य वन संरक्षक से NOC की मांग की गई थी. लेकिन, NOC नहीं मिली. वरुण ने पत्र में लिखा कि अगर समय रहते अफसर ने गंभीरता नहीं दिखाई और एनओसी नहीं मिली तो वह भी धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ जाएंगे.
समय से शुरू नहीं हुआ काम तो होगी मुश्किल: वरुण गांधी ने पत्र में लिखा है कि अगर अनुमति नहीं मिली तो समय से काम शुरू नहीं हो पाएगा. विलंब होने पर एक बार फिर बरसात में ग्रामीणों को बाढ़ का दंश झेलना पड़ेगा.
यह भी पढ़े-'बाबा कल मुख्यमंत्री बन जाएं, कोई पता नहीं, फिर हमारा क्या होगा? वरुण गांधी ने मंच से कही ये बातें