पीलीभीतः बीते दिनों कर्नाटक से पीलीभीत टाइगर रिजर्व (Pilibhit Tiger Reserve) में हाथियों को लाने की कवायद अब तेज होती नजर आ रही है. बुधवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व से 11 सदस्यीय टीम कर्नाटक (karnataka) के लिए रवाना हो गई.यह टीम 9 से 11 अक्टूबर के बीच पीलीभीत टाइगर रिजर्व में तीन हाथी और एक हथिनी को लेकर पहुुंचेगी.
बुधवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जिला मुख्यालय पर डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने एसडीओ सतपाल प्रसाद के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम को हरी झंडी दिखाकर कर्नाटक रवाना किया.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में अक्सर बाघ मानव आबादी के बीच आकर दहशत फैलाते हैं. ऐसे में बाघ संबंधी तमाम ऑपरेशन के लिए टाइगर रिजर्व के स्टाफ को हाथियों की कमी खलती थी. इसको लेकर बीते दिनों कवायद शुरू की गई और कर्नाटक से हाथियों को पीलीभीत टाइगर रिजर्व बुलाने की रणनीति बनाई गई थी.
हाथियों को कर्नाटक से पीलीभीत तक 3000 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा. सफर को पूरा करने के लिए वन विभाग द्वारा ट्रांजिट परमिट भी प्राप्त कर लिया गया है व तमाम राज्यों के वन्यजीव वार्डेन व पुलिस अधिकारियों से भी तालमेल बैठाकर सावधानी बरती जा रही है. हाथियों के साथ पांच महावत भी कर्नाटक से पीलीभीत आएंगे जो कुछ दिनों तक पीलीभीत में रहकर यहां के महावतों को ट्रेनिंग देंगे.
इस बारे में पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि महावत समेत 11 सदस्यीय टीम को कर्नाटक रवाना किया गया है. टीम के कर्नाटक पहुंचने के बाद तमाम उच्च अधिकारी भी वहां पहुंचेंगे. हाथियों को पशु चिकित्सा अधिकारियों की देखरेख में पीलीभीत लाया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः कैमरे में कैद हुई नशेबाज दबंगों की करतूत, छीन रहे पुलिस कर्मियों की राइफल