मुजफ्फरनगर: रामपुर तिराहा स्थित उत्तराखंड स्मारक पर शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जिले में पहुंचे. शहीद स्मारक पर पहुंचकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को श्रंद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उनके साथ भाजपा के कई नेता भी मौजूद रहे. शहीद स्थल पर पहुंचकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण कर नमन किया.
बता दें कि 26 साल पहले अलग राज्य की मांग को लेकर उत्तराखंड के सैकड़ों आंदोलनकारी दिल्ली कूच कर रहे थे. उसी दौरान उन्हें मुजफ्फरनगर स्थित रामपुर तिराहे पर पुलिस ने रोक दिया था. यहां पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच टकराव हो गया था, जिसमें कई आंदोलनकारी शहीद हो गये थे तभी से हर वर्ष 2 अक्टूबर को शहीद स्थल रामपुर तिराहे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री यहां पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
इसी कड़ी में शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मुजफ्फरनगर पहुंचे, जहां उन्होंने मंच से बोलते हुए कहा कि इस दिन को हम लोग कई रूप में मनाते हैं. एक ओर जहां आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन है तो वहीं उत्तराखंड के इतिहास में आज का दिन हम काले धब्बे के रूप में भी देखते हैं, जिस तरह से यहां पर मां-बहनों के साथ अत्याचार हुआ, अमानवीय बर्बरता हुई और हमारे नौजवान यहां शहीद हुए.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड सीमांत प्रदेश है. हमारी सीमाएं चीन और नेपाल से लगी हुई हैं. हम चीन की सीमा तक सड़क पहुंचा चुके हैं. आज हमारे सैनिकों को पैदल नहीं जाना पड़ता है. हमारे सैनिक मोटर वाहनों से वहां तक पहुंचते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश बनने के लिए जिन आंदोलनकारियों ने अपना बलिदान दिया और सहयोग दिया उन सभी को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.