मुजफ्फरनगर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति पर जिले में पुलिस काम कर रही है. इसके तहत सोमवार की देर रात पुलिस ने एक इंटर कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में अवैध हथियार की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. पुलिस ने छापेमारी कर मौके से अवैध हथियार बनाने वाले 4 कारीगरों समेत कॉलेज की बिल्डिंग से भारी मात्रा में बने व अधबने तमंचे, कारतूस व हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किए हैं. पुलिस चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है.
भारी मात्रा में तमंचे बरामद
सोमवार की देर रात मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव सोंटा से दूधाहेड़ी जाने वाले रास्ते पर महर्षि दयानन्द इंटर कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में हथियार बनाए जाने की सूचना मिली थी. इस पर मंसूरपुर पुलिस ने एक रेड ऑपरेशन चलाकर कॉलेज की जर्जर बिल्डिंग से मौत का सामान बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. साथ ही चार आरोपियों को धर दबोचा. पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में 315 बोर और 12 बोर के बने और अधबने तमंचों के साथ हथियार बनाने के सभी उपकरण भी बरामद किए हैं.
तीन हजार में बेचा जाता था तमंचा
पुलिस के मुताबिक ये चारों आरोपी इंटर कॉलेज की जर्जर बिल्डिंग में हथियार बना रहे थे. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर अभियुक्तों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया कर लिया. आरोपियों ने बताया कि एक तमंचे को बनाने में लगभग 500 रुपये की लागत आती है, जिसे ये बदमाश दो हजार से लेकर तीन हजार रुपये में बेचते थे.
इसके पहले भी आए थे मामले
इसके पहले अप्रैल माह में मुखबिर की सूचना पर मुजफ्फरनगर जनपद की नगर कोतवाली पुलिस ने शेरनगर गांव के रास्ते बामालेहड़ी गांव में एक ईख के खेत में छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान जहां पुलिस ने अवैध हथियार बना रहे दो आरोपी आदिल और तहसीन को गिरफ्तार किया था. वहीं मौके से पुलिस ने 26 तमंचे, बंदूक, मस्कट के साथ दर्जनों अधबने हथियार और बड़ी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किये थे.
2019 में जिला पुलिस ने घर में बने तहखाने के अंदर चल रही तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. इस दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में तमंचे और हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किए थे. पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था.
पढ़ें- दहेज प्रताड़ना से तंग आकर दो महिलाओं ने मौत को गले लगाया
पढ़ें- खेत में बना रहे थे अवैध हथियार, दो गिरफ्तार