मुजफ्फरनगर: जिले के भोपा थाना क्षेत्र के अंतर्गत 17 सितंबर को हुई दवा व्यापारी अनुज कर्णवाल की हत्या मामले में प्रदेश सरकार की पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. दवा व्यापारी के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने से मृतक के पूरे परिवार ने गांव से पलायन कर दिया. वहीं इस मामले में विपक्षी पार्टियों ने प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
'मुजफ्फरनगर में हुई थी दवा व्यापारी की हत्या'
समाजवादी व्यापार सभा के तत्वावधान में शनिवार को समाजवादी व्यापार सभा जिलाध्यक्ष राहुल वर्मा और समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक संजय गर्ग के नेतृत्व में सैंकड़ों सपा कार्यकर्ताओं ने 9 दिन बाद भी दवा व्यापारी अनुज कर्णवाल के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर प्रदर्शन किया. समाजवादी व्यापार सभा ने मृतक परिवार को 50 लाख रूपये मुआवजे व पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की मांगों को लेकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की.
पुलिस ने किया सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार
सपा कार्यकर्ताओ के प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सपा कार्यालय के निकट महावीर चौक को छावनी में तब्दील कर जगह जगह बैरिकेडिंग लगाए गए थे. जैसे ही सपा कार्यालय से सैकड़ों कार्यकर्ता जुलूस लेकर कलक्ट्रेट कार्यालय जाने के लिए बढ़ने लगे. महावीर चौक के पास पुलिस बल ने बैरिकेडिंग पर सभी सपाइयों को रोक लिया, जिस पर सैकड़ों सपा कार्यकर्ता उग्र हो गए और पुलिस से झड़प हो गई. गुस्साए सपाइयों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाकर पुलिस प्रशासन का विरोध किया. जिस पर पुलिस ने 12 से अधिक सपाइयों को गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा लिया. इस दौरान सपा के पांच मुख्य पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन दिया.
'प्रदेश में बिगड़ चुकी है कानून व्यवस्था'
समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक संजय गर्ग ने मौजूदा भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री और पुलिस प्रशासन पर तंज कसा. सपा व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग ने कहा कि लगातार प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. मोरना में व्यापारी की दिनदहाड़े गोली से भूनकर हत्या कर दी गई. अभी तक पुलिस हत्याकांड का राजफाश नहीं कर पाई है. इसके बाद गांव से कई व्यापारी पलायन कर गए और अपने मकानों पर पोस्टर लगा लगा दिए थे कि यह मकान बिकाऊ है. मृतक के परिजनों को पलायन करना पड़ा, प्रदेश में इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है. हम कोरोना महामारी के चलते शांतिपूर्ण तरीके से अपना ज्ञापन देना चाहते थे. पहले ही इस बाबत जिलाधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया था. हमें पार्टी कार्यालय के बाहर ही जबरन रोक दिया गया और हमारे कार्यकर्ताओ को जबरन पुलिस की गाड़ी में बैठाकर गिरफ्तार कर लिया.
क्या था मामला
मामला मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र अंतर्गत कस्बा मोरना का है. जहां 17 सितंबर को मेडिकल संचालक अनुज कर्णवाल रात में दुकान बंद करके घर जा रहे थे. तभी तीन अज्ञात लोग आए और अनुज पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. आस-पास के लोगों ने पुलिस को सूचित किया. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने घायल को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.