ETV Bharat / state

मुजफ्फरनगर: लैपटॉप और मोबाइल के विक्रेताओं की कमाई हुई दोगुनी - people buying digital device

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कोरोना काल में लैपटॉप और मोबाइल जैसी डिजिटल डिवाइस के व्यापारियों को काफी ज्यादा फायदा हुआ है. वहीं ऑप्टिकल व्यवसायियों को भी काफी मुनाफा हो रहा है.

लैपटॉप और मोबाइल की बिक्री हुई तेज
लैपटॉप और मोबाइल की बिक्री हुई तेज
author img

By

Published : Aug 9, 2020, 1:52 PM IST

मुजफ्फरनगर: कोरोना महामारी के चलते पिछले चार महीनों में पूरे देश में लॉकडाउन जारी किया गया था. देश के प्रधानमंत्री की ओर से इस महामारी से बचाव के लिए देशवासियों को घरों में रहने की हिदायतें दी गई थीं. इसके चलते सभी व्यवसायी अपने घरों में रहकर अपने व्यापार को लैपटॉप और मोबाइल जैसी डिजिटल डिवाइस के माध्यम से ऑनलाइन व्यापार करने पर मजबूर है.

लैपटॉप और मोबाइल व्यापार में निरंतर वृद्धि
वहीं शिक्षण संस्थानों की ओर से ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने के बाद लैपटॉप और मोबाइल व्यापार में निरंतर वृद्धि हुई है. मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग करने वाले मानव जीवन पर इंटरनेट से निकलने वाली खतरनाक रेडिएशन से आंखों की रोशनी ही कम नहीं हो रही बल्कि शरीर पर तरह-तरह के दुष्परिणाम भी पड़ रहे हैं.

कई परेशानियों का लोगों को करना पड़ रहा सामना
इन दुष्परिणामों के चलते आंखों की रोशनी कम हो जाना, नींद न आना, सिर दर्द जैसी परेशानियों की रोकथाम के लिए लोग नेत्र चिकित्सकों से परामर्श कर रहे हैं. डिजिटल डिवाइस से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की रोकथाम के लिए नेत्र चिकित्सकों से परामर्श कर रहे हैं. नेत्र चिकित्सक भी अभिभावकों को कॉन्टेक्ट लेंस और ब्लू फिल्टर जैसे महंगे लेंस खरीदने की सलाह दे रहे हैं.

ऑप्टिकल व्यवसायी खुश
लॉकडाउन के चलते जहां पूरा देश आर्थिक मंदी के संकट से जूझ रहा है, वहीं इंटरनेट के माध्यम से चलने वाली डिजिटल डिवाइस लैपटॉप, मोबाइल के व्यवसाय में अचानक उछाल आया है. इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल डिवाइस से निकलने वाली खतरनाक तरंगों से आंखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसके चलते इन तरंगों को रोकने वाले और आंखों की पॉवर बढ़ाने वाले कॉन्टेक्ट लेंस और ब्लू फिलटर जैसे लेंसों की मांग बाजारों में निरन्तर बढ़ रही है. वहीं ऑप्टिकल व्यवसायी भी खुश नजर आ रहे हैं.

लैपटॉप और मोबाइल की बिक्री हुई तेज.

लोग डिजिटल डिवायस पर बिता रहे ज्यादा समय
लॉकडाउन के चलते घर के सभी सदस्य अपना ज्यादा से ज्यादा समय टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग पढ़ाई और व्यवसाय के लिए कर रहे हैं. इंटरनेट से चलने वाली इन डिजिटल डिवाइस के लगातार उपयोग करने के कारण लोगों को आंखों की रोशनी, सिर दर्द, कमर दर्द के साथ नींद न आना जैसी शारीरिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है.

लोग लैपटॉप और मोबाइल खरीदने को मजबूर
वहीं आर्थिक मंदी होने के बावजूद मोबाइल और लैपटॉप की खरीदारी करना लोगों के लिए जरूरत बन गई है. स्कूलों की ओर से चलाई जा रही ऑनलाइन क्लासेस से पढ़ने वाले बच्चे ज्यादा खुश नजर नहीं आ रहे. उनका कहना है कि कई घंटों तक चलने वाली इन क्लासेस में आंखों को आराम नहीं मिलता. साथ ही नेटवर्क प्रॉब्लम होने के कारण पढ़ाई में ज्यादा दिमाग भी लगाना पड़ता है. दूसरी ओर मध्यम वर्गीय परिवारों में ऑनलाइन क्लासेस के लिए बच्चों को नया मोबाइल दिलाना उनकी जरूरत के साथ उनकी मजबूरी भी बन गई है. इसके अतिरिक्त भार अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ा रहा है.

लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी की बात करें तो बाजारों में लोगों को अपनी जरूरत का सामान लेते देखा जा सकता है. वहीं शिक्षण और व्यवसाय से जुड़े सभी काम डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किए जा रहे हैं, जिस कारण लोग अपने बजट और सामर्थय के अनुसार लैपटॉप और मोबाइल फोन खरीद रहे हैं.

लैपटॉप व्यवसायियों के कारोबार में बढ़ोतरी
लैपटॉप व्यवसाय से जुड़े नितिन गोयल कारोबारी का कहना है कि लॉकडाउन के बाद सभी कार्य ऑनलाइन शुरू हुए हैं. इस कारण लैपटॉप की बिक्री में पिछले कुछ समय से निरंतर वृद्धि हो रही है और आने वाले समय में यह व्यापार और भी आगे बढ़ेगा क्योंकि लैपटॉप पर बच्चों की पढ़ाई के साथ अभिभावक अपने व्यवसाय का कार्य भी कर सकते हैं जो की मोबाइल पर संभव नहीं है.

मोबाइल की काफी हो रही बिक्री
दूसरी ओर मोबाइल से जुड़े व्यवसाई रोहित जैन का कहना है कि सभी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गई है, जिसमें बच्चे घरो पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. जब से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुई है अभिभावक अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से बच्चों को मोबाइल दिला रहे हैं. कुछ मोबाइल कंपनी अपने ग्राहकों को किश्तों पर मोबाइल खरीदने की सहूलियत भी प्रदान कर रही है.

मुजफ्फरनगर: कोरोना महामारी के चलते पिछले चार महीनों में पूरे देश में लॉकडाउन जारी किया गया था. देश के प्रधानमंत्री की ओर से इस महामारी से बचाव के लिए देशवासियों को घरों में रहने की हिदायतें दी गई थीं. इसके चलते सभी व्यवसायी अपने घरों में रहकर अपने व्यापार को लैपटॉप और मोबाइल जैसी डिजिटल डिवाइस के माध्यम से ऑनलाइन व्यापार करने पर मजबूर है.

लैपटॉप और मोबाइल व्यापार में निरंतर वृद्धि
वहीं शिक्षण संस्थानों की ओर से ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने के बाद लैपटॉप और मोबाइल व्यापार में निरंतर वृद्धि हुई है. मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग करने वाले मानव जीवन पर इंटरनेट से निकलने वाली खतरनाक रेडिएशन से आंखों की रोशनी ही कम नहीं हो रही बल्कि शरीर पर तरह-तरह के दुष्परिणाम भी पड़ रहे हैं.

कई परेशानियों का लोगों को करना पड़ रहा सामना
इन दुष्परिणामों के चलते आंखों की रोशनी कम हो जाना, नींद न आना, सिर दर्द जैसी परेशानियों की रोकथाम के लिए लोग नेत्र चिकित्सकों से परामर्श कर रहे हैं. डिजिटल डिवाइस से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट रेडिएशन की रोकथाम के लिए नेत्र चिकित्सकों से परामर्श कर रहे हैं. नेत्र चिकित्सक भी अभिभावकों को कॉन्टेक्ट लेंस और ब्लू फिल्टर जैसे महंगे लेंस खरीदने की सलाह दे रहे हैं.

ऑप्टिकल व्यवसायी खुश
लॉकडाउन के चलते जहां पूरा देश आर्थिक मंदी के संकट से जूझ रहा है, वहीं इंटरनेट के माध्यम से चलने वाली डिजिटल डिवाइस लैपटॉप, मोबाइल के व्यवसाय में अचानक उछाल आया है. इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल डिवाइस से निकलने वाली खतरनाक तरंगों से आंखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसके चलते इन तरंगों को रोकने वाले और आंखों की पॉवर बढ़ाने वाले कॉन्टेक्ट लेंस और ब्लू फिलटर जैसे लेंसों की मांग बाजारों में निरन्तर बढ़ रही है. वहीं ऑप्टिकल व्यवसायी भी खुश नजर आ रहे हैं.

लैपटॉप और मोबाइल की बिक्री हुई तेज.

लोग डिजिटल डिवायस पर बिता रहे ज्यादा समय
लॉकडाउन के चलते घर के सभी सदस्य अपना ज्यादा से ज्यादा समय टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग पढ़ाई और व्यवसाय के लिए कर रहे हैं. इंटरनेट से चलने वाली इन डिजिटल डिवाइस के लगातार उपयोग करने के कारण लोगों को आंखों की रोशनी, सिर दर्द, कमर दर्द के साथ नींद न आना जैसी शारीरिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है.

लोग लैपटॉप और मोबाइल खरीदने को मजबूर
वहीं आर्थिक मंदी होने के बावजूद मोबाइल और लैपटॉप की खरीदारी करना लोगों के लिए जरूरत बन गई है. स्कूलों की ओर से चलाई जा रही ऑनलाइन क्लासेस से पढ़ने वाले बच्चे ज्यादा खुश नजर नहीं आ रहे. उनका कहना है कि कई घंटों तक चलने वाली इन क्लासेस में आंखों को आराम नहीं मिलता. साथ ही नेटवर्क प्रॉब्लम होने के कारण पढ़ाई में ज्यादा दिमाग भी लगाना पड़ता है. दूसरी ओर मध्यम वर्गीय परिवारों में ऑनलाइन क्लासेस के लिए बच्चों को नया मोबाइल दिलाना उनकी जरूरत के साथ उनकी मजबूरी भी बन गई है. इसके अतिरिक्त भार अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ा रहा है.

लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी की बात करें तो बाजारों में लोगों को अपनी जरूरत का सामान लेते देखा जा सकता है. वहीं शिक्षण और व्यवसाय से जुड़े सभी काम डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किए जा रहे हैं, जिस कारण लोग अपने बजट और सामर्थय के अनुसार लैपटॉप और मोबाइल फोन खरीद रहे हैं.

लैपटॉप व्यवसायियों के कारोबार में बढ़ोतरी
लैपटॉप व्यवसाय से जुड़े नितिन गोयल कारोबारी का कहना है कि लॉकडाउन के बाद सभी कार्य ऑनलाइन शुरू हुए हैं. इस कारण लैपटॉप की बिक्री में पिछले कुछ समय से निरंतर वृद्धि हो रही है और आने वाले समय में यह व्यापार और भी आगे बढ़ेगा क्योंकि लैपटॉप पर बच्चों की पढ़ाई के साथ अभिभावक अपने व्यवसाय का कार्य भी कर सकते हैं जो की मोबाइल पर संभव नहीं है.

मोबाइल की काफी हो रही बिक्री
दूसरी ओर मोबाइल से जुड़े व्यवसाई रोहित जैन का कहना है कि सभी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गई है, जिसमें बच्चे घरो पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. जब से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुई है अभिभावक अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से बच्चों को मोबाइल दिला रहे हैं. कुछ मोबाइल कंपनी अपने ग्राहकों को किश्तों पर मोबाइल खरीदने की सहूलियत भी प्रदान कर रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.